प्रयागराजः स्वामी प्रसाद मौर्या शनिवार को शहर पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आज इस सरकार में सबसे ज्यादा पीड़ित आदिवासी, दलित और पिछड़े हैं. उन्होंने कहा कि सपा निकाय चुनाव मजबूती से लड़ेगी. उन्होंने दावा किया है कि निकाय चुनाव के परिणाम सपा के पक्ष में ही आएंगे. उन्होंने कहा है कि देश और प्रदेश की सरकारों की महंगाई, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था को लेकर विफलताएं सामने आई हैं.
यह बोले स्वामी प्रसाद मौर्या. उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र व प्रदेश सरकार ने आरक्षण खत्म करने का अपराध किया है. जीएसटी के माध्यम से सरकार व्यापारियों का भी शोषण कर रही है. किसानों पर सरकार डबल कहर बरपा रही है. एक ओर महंगाई है तो वहीं दूसरी और छुट्टा जानवर फसल बर्बाद कर रहे हैं. आज हर वर्ग बीजेपी की सरकार से परेशान है. इसके चलते स्वाभाविक रूप से निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी को प्रदेश की जनता का भारी जन समर्थन मिलेगा और इसका खामियाजा बीजेपी को उठाना पड़ेगा.
हालांकि उन्होंने कहा है कि निकाय चुनाव विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के मानक अलग होते हैं. हर चुनाव के मुद्दे और राजनीतिक परिदृश्य भी अलग होते हैं. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा आजमगढ़ और कौशांबी में जनसभाएं और दलित सम्मेलन करने के सवाल पर कहा कि हर पार्टी को राजनीतिक तैयारी करने का अधिकार है.
समाजवादी पार्टी भी जनसभाएं कर रही है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी लगातार दौरे कर रहे हैं. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर अमित शाह जी भूले बिसरे यूपी में आ गए हैं तो उससे चिंतित होने की कोई बात नहीं है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी के दलित सम्मेलन पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि बीजेपी को दलित सम्मेलन से पहले दलितों को यह जवाब देना होगा कि उनका क्या अपराध था कि आरक्षण खत्म कर दिया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास का नारा देकर सभी के विश्वास का गला घोंट दिया है. उन्होंने कहा कि आदिवासी, दलित और पिछड़े सभी कमर कसे बैठ हैं कि जिसने हमारा आरक्षण खत्म किया है हम उसकी सरकार खत्म करेंगे.
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने 1993 के नारे को दोहराए जाने पर कहा है कि जब-जब दलित और आदिवासी एकजुट हुआ है बीजेपी का सूपड़ा साफ हुआ है. वह बोले कि 2024 में बीजेपी के विदाई का चुनाव होगा. वहीं बीजेपी नेताओं के सभी 80 सीटों पर जीत के दावे को लेकर कहा है कि अगर कोई नेता ऐसा कह रहा है तो वह सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग की बात कर रहा है.
वहीं, 2024 से पहले अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा है कि यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बन रहा है इसलिए बीजेपी को इसका श्रेय नहीं लेना चाहिए. उन्होंने बीजेपी को नसीहत देते हुए कहा है कि उसे मुद्दों पर राजनीति करनी चाहिए. वहीं, उमेश पाल शूटआउट कांड में नामजद माफिया अतीक अहमद को सपा द्वारा पोषित किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि अभी तक आरोपियों को बीजेपी सरकार नहीं पकड़ पाई है. पुलिस और दूसरी जांच एजेंसियां हवा में तीर चला रहीं हैं. यह सरकार की असफलता है.
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