प्रयागराज:इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ पदाधिकारियों और छात्रों ने आंदोलन के 22 दिन होने पर शांति भोज का आयोजन रखा. इस दौरान हजारों छात्रों ने शांति भोज का प्रसाद ग्रहण किया. इसके साथ ही आंदोलन के अगले चरण की घोषणा की गई, जिसमें सभी संसद सदस्यों ने गणमान्य व्यक्तियों को पत्र भेजे.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों का विरोध प्रदर्शन. धरना स्थल पर कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर का छात्रों ने अपने उद्बोधन में उनका धन्यवाद ज्ञापन किया. छात्रों का कहना है कि छात्रसंघ को उनके समर्थन से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त हुई, है जो आंदोलन को एक नई ऊंचाई प्रदान करेगा.
यश भारती पुरस्कार से सम्मानित मरेंद्र मिश्रा मसाल पधारे और उन्होंने छात्रसंघ बहाली के आंदोलन को अपना समर्थन दिया. उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ देश में काबिल राजनेताओं की पौधशाला है. इसलिए विश्विद्यालय प्रशासन को किसी भी हाल में छात्रसंघ की बहाली करनी होगा. विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा इस तरह का निर्णय अन्यायपूर्ण और दुर्भाग्यपूर्ण होगा.
पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव का बयान-
पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि छात्रसंघ बहाली में जितनी शीघ्रता करेंगे विश्वविद्यालय के हितों में उतना ही बेहतर होगा. जिस तरह कुलपति की तेरही का आयोजन किया है उसी तरह आगे भी छात्रसंघ बहाली को लेकर प्रदर्शन जारी रहेगा. विश्विद्यालय के सभी छात्र इस बात से रूबरू हो गए हैं कि कुलपति रतन लाल हंगलू अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं. इसलिए सभी छात्रों ने उनके आत्मा की शांति के लिए शांति भोज का आयोजन किया है.
वर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान-
वर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लगातार छात्रसंघ बहाली को लेकर छात्रसंघ प्रदर्शन कर रहा है. छात्रों की बात अगर विश्विद्यालय नहीं मानता है तो इसका खामियाजा विश्विद्यालय प्रशासन को भुगतना पड़ेगा. प्रदर्शन को 22 दिन हो गए हैं और यह प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा.
शांति भोज के दौरान पूर्व उपाध्यक्ष अदील हमजा, निवर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, वरिष्ठ छात्र नेता विवेकानंद पाठक, जिया कोनैन रिजवी, सत्येंद्र और राहुल पटेल समेत सैकड़ों छात्र मौजूद रहे.