प्रयागराज: नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. महिलाएं भी किसान आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाए और छात्राएं भी सड़कों पर आंदोलन के समर्थन में उतर आईं. हाथों में पौधे लेकर रैली निकाल रही छात्राओं ने सरकार और कॉरपोरेट के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने कहा ये रैली किसान आंदोलन के समर्थन में है. देश में ठेका खेती को बढ़ावा नहीं देने दिया जाएगा.
अडाणी और अंबानी समूह करेंगे अनाज की जमाखोरी
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं और छात्राओं ने केंद्र सरकार के तीनों नए कृषि कानून को काले कानून बताया. उनका कहना इन काले कानूनों से मंडिया बंद हो जाएंगी. महिलाओं और छात्राओं ने आरोप लगाया कि इन कानूनों को पूंजीपतियों पक्ष में लाया गया है. पूंजीपति अनाज की जमाखोरी कर बाद में उन्हें अधिक कीमत पर बेचेंगे और बड़ा मुनाफा कमाएंगे, लेकिन अनाज उगाने वाले अन्नदाता को नुकसान होगा. सरकार चाहती है कि अधिक से अधिक कृषि उपज की खरीदारी निजी क्षेत्र करें, ताकि वह अपने भंडारण और वितरण की जवाबदेही से बच सके.