प्रयागराज: कोरोना संक्रमण का प्रकोप तेजी के साथ बढ़ रहा है. ऐसे में पूरा विश्व इस महामारी से परेशान है. कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन के साथ ही सम्बन्धित रेलवे स्टेशनों पर कोरोना से बचाव के लिए कड़े इंतजाम किए हैं.
230 ट्रेनों का हो रहा संचालन
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि इतिहास में पहली बार उत्तर मध्य रेलवे सभी यात्रियों से यह अपील कर रहा है कि बहुत जरूरी कार्य हो, तभी रेलवे से यात्रा करें. कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने व्यापक स्तर पर सुरक्षा के इंतजाम किए हैं. रेलवे इस समय 230 ट्रेनों का संचालन कर रहा है, जिसमें से 126 ऐसी ट्रेनें हैं, जो उत्तर मध्य रेलवे के अलग-अलग जंक्शनों और रेलवे स्टेशनों पर रुकती हैं.
प्रवेश और निकासी गेट अलग
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि ट्रेनों के संचालन को लेकर उत्तर-मध्य रेलवे ने मुख्य रूप से काम किए हैं. सभी रेलवे स्टेशनों और जंक्शनों पर दो अलग-अलग गेट बनाए गए हैं. प्रवेश करने के लिए अलग गेट है और यात्रियों के बाहर निकलने के लिए अलग गेट. प्रवेश और निकासी के लिए बनाए गए अगल-बगल के गेट पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं. स्टेशनों पर कोविड-19 को ध्यान में रखकर जो गेट बनाए गए हैं, उसी गेट से यात्रियों को आना और जाना पड़ेगा.
कॉन्टेक्ट लेस काउंटर की व्यवस्था
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि प्रयागराज जंक्शन के साथ उत्तर-मध्य रेलवे के ऐसे सभी स्टेशनों को चिह्नित किया गया है, जहां पर इस समय ट्रेनें रुक रही हैं. उन सभी रेलवे स्टेशनों पर कॉन्टेक्ट लेस काउंटर की व्यवस्था की गई है. यात्रियों को टिकट ई-व्यवस्था से मिल रही है. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से यह व्यवस्था लागू की गई है.
थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन जरूरी
उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ अजीत कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर-मध्य रेलवे के अंतर्गत सभी जंक्शनों और रेलवे स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग मशीन लगा दी गई है. इसके साथ ही यात्रियों के बैग को सैनिटाइज करने के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हैं. जंक्शनों पर आने वाले यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. यात्रियों के बैग को भी पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाता है.