प्रयागराज : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का आखिरी बजट केवल उद्योगपतियों के लिए है. प्रयागराज आए अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार का यह आखिरी बजट है. हालांकि यह बजट गरीबों व मध्यमवर्गीय लोगों के लिए नहीं बल्कि उद्योगपतियों के लिए पेश किया गया है. दावा किया कि पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने से अब जनता साइकिल पर चलने का मन बना रही है.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव. पढ़ें :विधानसभा चुनाव से पहले बसपा ने शुरू किया संगठन में फेरबदल
पूर्व सांसद सलीम शेरवानी के घर आए सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार का पांचवां बजट देखें तो पता चलता है कि सरकार ने अपना संकल्प पूरा नहीं किया बल्कि सपा द्वारा किए गए कार्यों को ही आगे रखा. पांच लाख करोड़ का एएमयू किया, वह जमीन पर कितना उतरा, सरकार के इस आखिरी बजट को देखकर उसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
कहा कि क्या गंगा एक्सप्रेस-वे बीजेपी सरकार का है. जितने भी एक्सप्रेस-वे बने हैं क्या इस सरकार ने बनवाए हैं. सरकार ने पिछली सरकारों के अधूरे कार्य भी पूरे नहीं किए. सपा सरकार में 22 महीने में एक्सप्रेस-वे बनकर खड़ा हो गया था. उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा बेरोजगार हैं लेकिन इस सरकार ने बेरोजगारों पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया. इस सरकार को लैपटॉप चलाने नहीं आता. हमने अपनी सरकार में युवाओं को लैपटॉप बांटे थे.
पढ़ें :इस बजट से यूपी का होगा समग्र विकास: सीएम योगी
निषादों को मिलेगी नई नाव
अखिलेश यादव ने कहा कि जिन लोगों ने निषादों की नाव तोड़ी है, उनको उखाड़ फेंकने का वक्त आ गया है. सपा की सरकार आने पर नई नाव प्रदान की जाएगी, पुलिस के लोगों को सबसे ज्यादा प्रमोशन हमारी सरकार ने दिया, 100 नंबर गाड़ी भी समाजवादी पार्टी ने दी. उसको भी इस सरकार ने बिगाड़ दिया. इसे ठीक करने का काम समाजवादी सरकार करेगी.
गंगा की सफाई पैसा साफ
गंगा पर बोलते हुए कहा कि सरकार ने संकल्प लिया था कि गंगा साफ हो जाएंगी. गंगा तो साफ नहीं हुई लेकिन गंगा के नाम पर लाया गया बजट जरूर साफ हो गया. कहा कि यहां पर बहुत लोगों के मकान गिराए जा रहे हैं. यह कहां का कानून है. सरकार को हर चीज अवैध लग रही हो तो यहां पर कौन सी चीज वैध है. मकान गिराने का केवल इनको बहाना चाहिए. कहा, हमारी सरकार पर आरोप लगते थे कि जातिवाद के आधार पर नियुक्ति की जा रहीं थीं. लेकिन 4 साल हो गए. इस सरकार ने किसको नियुक्ति दी, यह आप सब जानते हैं.