प्रयागराजःकहते हैं पूजा और इबादत कहीं भी की जा सकती है, बस मन में सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए. अपने ईष्टदेव की आराधना के लिए सभी जगह श्रेष्ठ है. इसका जीता-जागता का उदाहरण प्रयागराज की नैनी जेल में देखने को मिल रहा है. यहां हिंदू धर्म के बंदी नवरात्र के व्रत रख रहे हैं, वहीं मुस्लिम समुदाय के बंदी रमजान माह में रोजा रख रहे हैं. इनके व्रत और रोजा के लिए जेल प्रशासन आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराकर चार चांद लगा रहा है. जिसकी वजह से दोनों समुदाय के बंदी अपनी आस्था और परंपरा निर्वहन कर पा रहे हैं. यही वजह है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल नवरात्रि का व्रत रखने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है.
जेल में क्षमता से अधिक बंदीः प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में भले ही क्षमता से दोगुने के करीब बंदी बंद हैं. इसके बावजूद जेल प्रशासन की तरफ से बंदियों का व्रत पूरा करवाने के लिए उन्हें फलाहार उपलब्ध करवाया जाता है. प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में 516 बंदी नौ दिन का नवरात्र व्रत रखे हुए हैं. वहीं, 450 बंदी रोजा रखे हुए हैं. जबकि नवरात्रि के पहले दिन व्रत रखने वाले बंदियों की संख्या 1532 थी.
व्रत वाले बंदियों को ये मिलती हैं सुविधाएंः नवरात्रि का व्रत रखने वाले प्रत्येक बंदी को खाने के लिए फलाहार के तौर पर फल और दूध दिया जाता है .जिसमें एक एक बंदी को आधा किलो आलू, 250 ग्राम दूध और केला व दूसरे फल दिए जाते हैं. इसके अलावा इन बंदियों को जरूरत पड़ने पर चाय भी मिल जाती है. इसी तरह से रोजा रखने वाले बंदियों को शाम का भोजन दिया जाता है. इसके अलावा सुबह सेहरी के लिए दूध, केला, ब्रेड बिस्किट के अलावा नीबूं भी दिया जाता है.