उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

प्रयागराज: राम मंदिर के भूमि पूजन में इस्तेमाल होगा संगम का जल - राम मंदिर निर्माण कार्य

अयोध्या में प्रस्तावित रामलला के मंदिर निर्माण में पूजन में संगम के जल का प्रयोग किया जाएगा. पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का शिलान्यास करेंगे.

construction of ram temple
संगम का जल

By

Published : Jul 29, 2020, 3:38 PM IST

प्रयागराज:भूमि पूजन में तीर्थराज प्रयागराज के त्रिवेणी संगम की मिट्टी और जल का भी इस्तेमाल किया जाएगा. ऐसे में बुधवार को विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने संगम के जल और मिट्टी को इकट्ठा किया. विहिप प्रान्त संगठन मंत्री मुकेश कुमार के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी संगम तट पर पहुंचे और जय घोष के साथ संगम का जल और मिट्टी को इकट्ठा किया.

अयोध्या का राम मंदिर 5 अगस्त से बनाया जाना शुरू हो रहा है. इसकी पवित्रता और महत्ता बढ़ाने के लिए विश्व हिंदू परिषद पूरे देश के पवित्र स्थलों की रज(मिट्टी) इकट्ठा कर अयोध्या ले जा रहा है. इस कड़ी में प्रयागराज से संगम का पवित्र जल व मिट्टी इकट्ठा किया.

दलित युवक से भरवाया जल
भेदभाव से दूर सामाजिक एकता का संदेश देते हुए विहिप के कार्यकर्ताओं ने दलित युवक संजू से जल भरवाया. बता दें कि 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में होने वाले श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के शिला पूजन के कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश की गणमान्य हस्तियां हिस्सा लेंगी. इसके लिए विहिप कार्यकर्ताओं द्वारा संगम से 11 लीटर जल एवं मिट्टी को एकत्र किया. यह जल एवं मिट्टी शिला पूजन के कार्यक्रम का हिस्सा होगी.

राम मंदिर में उपयोग होगा संगम का जल.

30 जुलाई को ले जाएंगे अयोध्या
श्री राम जन्मभूमि के सारे आंदोलन एवं जागरण का कार्यक्रम तय करने एवं सभी निर्णय संगम के किनारे ही लिए गए हैं. विहिप के संरक्षक रहे अशोक सिंघल एवं दुनिया के सभी पूज्य संतों की इच्छा रही है कि जब मंदिर का निर्माण शुरू होगा, तब उस समय संगम की जल एवं मिट्टी पूजन के उपयोग में लाई जाए.

संगम पर इकट्ठा किये गए जल और मिट्टी को सीधे वीएचपी के पूर्व मुखिया अशोक सिंघल के आवास ले जाया गया. 30 जुलाई को इसे सुबह अयोध्या के लिए ले जाया जाएगा. इस अवसर पर संगम क्षेत्र में मौजूद तीर्थ यात्रियों ने श्री राम का जयघोष करते हुए गंगा जल से भरे कलश को प्रणाम किया और शीघ्र राम मंदिर बनने की प्रार्थना की.

ABOUT THE AUTHOR

...view details