प्रयागराजःसंगम नगरी के नैनी इलाके में स्थित शुआट्स एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वीसी आरबी लाल की जमानत अर्जी खारिज कर दी गई है. रविवार की शाम उन्हें नैनी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वीसी के आपराधिक इतिहास और मुकदमे की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने उनकी जमानत अर्जी खारिज की है.
समाजसेवी ने दर्ज कराया था मुकदमा
शुआट्स एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. आरबी लाल के खिलाफ नैनी थाने में समाजसेवी दिवाकर त्रिपाठी की तरफ से केस दर्ज करवाया गया था. जिसके बाद नैनी पुलिस ने शुआट्स के गेस्ट हाउस में छापा मारकर कुलपति को गिरफ्तार किया गया था. नैनी पुलिस ने वीसी के खिलाफ कानूनी कार्यवाई करते हुए नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया था. हालांकि पुलिस वीसी की पुलिस कस्टडी रिमांड लेना चाहती है, लेकिन मंगलवार को पुलिस कस्टडी रिमांड हासिल नहीं कर सकी है.
कोर्ट ने खारिज की कुलपति की जमानत अर्जी
मंगलवार को कुलपति आरबी लाल की तरफ से जनपद न्यायलय में जमानत अर्जी दाखिल की गई थी. जिस पर सुनवाई करते उनके वकील ने उनकी खराब तबियत और उम्र का हवाला देते हुए जमानत दिए जाने की मांग की थी. जिस पर सरकारी अधिवक्ता की तरफ से उनके ऊपर दर्ज आपराधिक मुकदमों की लिस्ट और उसकी गंभीरता का हवाला दिया गया. साथ ही यह भी बताया गया कि वीसी आरबी लाल पर धर्मांतरण के साथ ही वित्तीय अनियमितता नौकरी में धांधली जैसे गंभीर आरोपों समेत कुल 27 मुकदमें दर्ज हैं, जिसके बाद कोर्ट उनकी जमानत अर्जी खारिज करते हुए 12 जनवरी तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जेल में रहने का आदेश दिया है.
आरबी लाल पर 27 केस
बता दें कि कुलपति आरबी लाल के खिलाफ 27 केस दर्ज हैं. विनोद बी लाल के जेल जाने के दो महीने बाद आरबी लाल भी जेल चले गए हैं. कई मामलों के आदेश पर गिरफ्तारी पर रोक लगी थी. तमाम आरोप लगने के बावजूद जनपद न्यायालय से लेकर सर्वोच्च अदालत तक के आदेश की वजह से आरबी लाल को गिरफ्तारी से राहत मिली हुई थी. लेकिन समाजसेवी दिवाकर नाथ त्रिपाठी की अर्जी पर न सिर्फ नैनी पुलिस ने केस दर्ज किया, बल्कि आरबी लाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.