प्रयागराज :संगम तट और उसके आसपास की सफाई 'नमामि गंगे' घाट सफाई परियोजना के तहत कराई जाती है. इस काम के लिए विशाल प्रोटेक्शन फोर्स नाम की कंपनी को काम दिया गया है. लेकिन, कंपनी की तरफ से इन सफाई कर्मियों को पिछले 5 महीने से वेतन नहीं दिया गया है. ऐसे में अब ये सफाई कर्मियों सूदखोरों से कर्जा लेकर अपना और अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं. बीते 5 महीने से बिना वेतन के काम करने वाले इन सफाई कर्मियों का कहना है कि वे कर्ज लेकर घर तो चला रहे हैं. लेकिन, अब उन्हें सूदखोर कर्ज वापस करने के लिए परेशान करने लगे हैं. क्योंकि कई महीनों बाद भी वे मूलधन तो दूर ब्याज भी नहीं दे सके हैं.
पीएम ने सफाई कर्मियों के पैर धुलकर दुनिया को दिया था संदेश
कुम्भ-2019 में मेला क्षेत्र की सफाई करने वाले सफाई कर्मियों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैर धुलकर उनका मान सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा दिया था. जिसके बाद प्रयागराज ही नहीं देश भर के सफाई कर्मियों के मन में आस जगी थी कि अब उनके भी दिन बहुरेंगे. लेकिन, दो साल बाद उसी संगम क्षेत्र की साफ-सफाई करने वाले सफाईकर्मी कई महीनों से वेतन न पाने की वजह से भुखमरी की कगार तक पहुंच गए हैं. दो साल पहले प्रधानमंत्री के हाथों से पैर धुलने के बाद देश भर में सफाई का कार्य करने वालों का सीना गर्व से फूल गया था. देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था जब देश के प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से सफाई कर्मियों का सम्मान करने के लिए उनके पैर पखारने का काम किया था. जिसके बाद से सफाई का कार्य करने वालों को उम्मीद बंधी थी कि अब सफाई करने वालों को सम्मान के साथ ही तय समय पर उनका वेतन व हक मिलता रहेगा. लेकिन, अब संगम क्षेत्र की सफाई का कार्य करने वाले सफाई कर्मी पांच महीने से वेतन के लिए तरस रहे हैं.