प्रयागराज:संगम नगरी प्रयागराज में टोंस नदी पर बना नया पुल उस वक्त चर्चा में आ गया, जब बुधवार को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उसको लेकर एक्स पर पोस्ट डाली. 30 अक्टूबर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में तमाम परियोजनाओं का लोकार्पण किया था. इसमें से नारी बारी इलाके में टोंस नदी पर 63 करोड़ की लागत से ब्रिज भी शामिल था. अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा है कि प्रयागराज में सीएम के उद्घाटन करने के बाद पुल का 10 घंटे में दरक जाना एक गंभीर विषय है. कुम्भ मेले का समय पास आ जा रहा है. भ्रष्टाचार के कमजोर स्तम्भों पर मजबूत पुल कैसे बन सकता है. गुजरात में भी ऐसा ही हुआ था. जनजीवन की सुरक्षा के लिए आग्रह है गुजरात का मॉडल यहां न लागू करें.
अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर साधा निशाना: संगम नगरी प्रयागराज के यमुना पार के नारी बारी इलाके में 63 करोड़ रुपये की लागत से दो साल अधिक समय में पुल बनाकर तैयार किया गया था. इसका उदघाटन 30 अक्टूबर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था. बताया जा रहा है कि दिन में सीएम ने उदघाटन किया था. देर रात ब्रिज का वो हिस्सा जो जमीन और ब्रिज को जोड़ता है वहां की मिट्टी बैठने की वजह हल्की दरार नजर आनें लगीं. इसको ठीक करने के लिए पुल पर आवाजाही बंद कर दी गयी. इसकी फ़ोटो सोशल मीडिया में यह कहकर पोस्ट कर दी गयी कि सीएम के उदघाटन के 10 घंटे बाद ही पुल में दरार आ गयी.
प्रयागराज में टोंस नदी पर बने नये पुल में आयी दरारें
प्रयागराज में पुल निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप: पुल को लेकर लोग भ्रष्टाचार, लापरवाही, मिलावटी सामान का इस्तेमाल करने के आरोप भी सोशल मीडिया पर लगाने लगे. हालांकि कुछ घंटों बाद ही पुल पर रिपेयरिंग करके आवाजाही को पुनः चालू कर दिया गया था. टोंस नदी पर जिस जगह यह पुल बनाया गया है, उसके बगल में पहले से भी एक पुल है. इस पुल के बन जाने से लोगों को आवाजाही में आसानी हो गई है. लोग आने जाने के लिए दोनों पुल इस्तेमाल कर सकते हैं.
प्रयागराज में सीएम के उद्घाटन के 10 घंटे बाद पुल में आयीं दरारें
सीएम योगी ने 10 घंटे पहले किया था उद्घाटन: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस नवनिर्मित पुल को लेकर लापरवाही और भ्रष्टाचार समेत कई आरोप लगाते हुए पोस्ट करके सियासत शुरू कर दी. पुल का निर्माण करवाने वाले राज्य सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक अनिरुद्ध कुमार ने पुल में दरार की बात से इंकार करते हुए कहा कि पुल तक की पहुंच मार्ग के सड़क की मिट्टी धंस जाने की वजह से ऐसा हुआ है. पुल में किसी प्रकार का कोई दरार नहीं है. पुल का निर्माण पूरी तरह से गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया गया है.
राज्य सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक अनिरुद्ध कुमार ने आरोपों को निराधार बताया
उस पर आवाजाही पूरी तरह से सुरक्षित है. उनके मुताबिक पुल में कोई कमी नहीं है. सिर्फ पुल तक पहुँचने के लिए जो पहुँच मार्ग बनाया गया है. उसकी मिट्टी बैठने की वजह से उस जॉइंट पर सड़क धंसने जैसा दिख रहा था. उसको ठीक करवाया जा चुका है. वहीं अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करके प्रयागराज के इस पुल की तुलना गुजरात के मोरबी वाले मौत के पुल तक से कर दी है.
बीजेपी सरकार पर पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप
ढाई साल में बनकर तैयार हुआ ब्रिज: 63 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस पुल का शिलान्यास ढाई साल पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया था. 2021 में शिलान्यास के बाद 30 अक्टूबर को सोरांव इलाके में आयोजित अनुसूचित जाति महासम्मेलन में 424 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया था. इसमें नारी बारी इलाके में टोंस नदी पर बना यह पुल भी शामिल था. राज्य सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि इस पुल के बनने से प्रयागराज और मध्य प्रदेश के 200 से ज्यादा गांव में रहने वाले ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा मिलेगी. पुल के बन जाने से यूपी और एमपी के आसपास के गांवों के लोग उत्साहित हैं.
ये भी पढ़ें- विवेक के उमर बनने की सच्चाई आई सामने, जानिए किशोर की जुबाानी पूरी कहानी