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इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में रोटेशन के मुताबिक जा सकेंगे शोधार्थी - इलाहाबाद विश्वविद्यालय

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी को पूरी तरह से खोले जाने के पहले चरण की शुरुआत हो गई है. यूनिवर्सिटी के सभी संकाय के शोध छात्रों को उनके विभाग तक जाने की अनुमति दे दी गई है. इसके साथ ही आने वाले दिनों में इन छात्रों को हॉस्टल भी आवंटित कर दिया जाएगा, लेकिन अभी पहले चरण की शुरुआत में रोटेशन के मुताबिक पांच-पांच छात्रों को ही डिपार्टमेंट में जाने की अनुमति दी गई है.

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी.
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी.

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Published : Feb 17, 2021, 5:33 PM IST

प्रयागराजः इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में जल्द ही निमयित रूप से पढ़ाई शुरू होने की संभावना दिख रही है. विश्वविद्यालय को खोले जाने को लेकर यूजीसी की तरफ से जारी गाइडलाइंस के अनुसार प्रथम चरण में शोध छात्रों को रोटेशन के मुताबिक विभाग में आने की अनुमति का आदेश जारी कर दिया गया है. रजिस्ट्रार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में आर्ट, साइंस के साथ ही कॉमर्स और लॉ फैकल्टी के शोध छात्रों को डिपार्टमेंट में आने की अनुमति का पत्र जारी कर दिया गया है.

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी.

रोटेशन के अनुसार आ सकेंगे विभाग में

यूनिवर्सिटी के चारों फैकल्टी के शोध छात्रों को डिपार्टमेंट में आने जाने की छूट दे दी गई है, लेकिन इसके साथ ही छात्रों के आने के लिए रोटेशन सिस्टम लागू किया गया है. इसके तहत प्रत्येक विभाग में एक बार में सिर्फ पांच छात्रों को ही जाने की अनुमति दी गई है. पांच-पांच छात्र रोटेशन के अनुसार विभाग में आ जा सकेंगे.

हॉस्टल के कमरों का भी होगा आवंटन

इसके साथ ही शोध छात्रों को हॉस्टलों के कमरे भी जल्द ही आवंटित किए जाएंगे. इससे शोधार्थी हॉस्टलों में रहकर पढ़ाई कर सकेंगे. क्योंकि कोरोना काल की शुरुआत के साथ ऑफलाइन क्लासेज बंद करने के अलावा छात्रों से हॉस्टल भी खाली करवा लिया गया था. वहीं इस बार नए सत्र में एडमिशन तो शुरू हुए, लेकिन हॉस्टल के कमरों का आवंटन अभी तक नहीं किया जा रहा था.

एक साल होने वाला है ऑफलाइन क्लास बंद हुए

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कोरोना महामारी की शुरुआत के साथ ही ऑफलाइन क्लासेज बंद कर दी गई थी. उसके बाद से यूनिवर्सिटी में अभी तक सिर्फ ऑनलाइन ही पढ़ाई चल रही है. जबकि ऑफलाइन क्लासेज शुरू करने की मांग को लेकर 6 महीने से भी ज्यादा समय से यूनिवर्सिटी परिसर में छात्र धरना दे रहे हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अभी तक ऑफलाइन क्लासेस शुरू नहीं करवाई है. अब यूनिवर्सिटी की चारों संकायों में रोटेशन के अनुसार शोध छात्रों को जाने की अनुमति दिए जाने के बाद छात्रों में उम्मीद जगी है. आने वाले दिनों में ऑफलाइन क्लासेज भी शुरू हो सकती हैं.

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