किसान नेता राकेश टिकैत ने दी जानकारी प्रयागराज: संगम नगरी में एक तरफ जहां माघ मेला शुरू हो चुका है. वहीं दूसरी तरफ मेला क्षेत्र के परेड मैदान में भारतीय किसान यूनियन की तरफ से किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है. तीन दिनों के इस कार्यक्रम में गुरुवार को किसानों के अगले आंदोलन को लेकर घोषणा की जा सकती है.भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि इस महापंचायत में अलग अलग राज्यों से आये हुए किसानों से उनकी समस्या सुनने के बाद गुरुवार को अगली रणनीति का एलान किया जाएगा. किसान नेता ने यह भी कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में किसानों को नहीं बुलाया गया है. लेकिन, किसान 22 जनवरी के बाद भगवान के मंदिर जरूर जाएंगे. इस मौके का किसी को राजनैतिक लाभ लेने का प्रयास नहीं करना चाहिए.
माघ मेला के परेड मैदान में चल रहा है किसान सम्मेलन:गंगा यमुना अदृश्य सरस्वती के पावन त्रिवेणी स्थल संगम तट के किनारे बसे माघ मेला में किसानों का शिविर परेड मैदान में लगाया गया है. जहां पर इन दिनों भारतीय किसान यूनियन के देश भर के अलग अलग राज्यो से जुड़े हुए किसान पहुंचे हैं. इन्हीं किसानों की समस्याओं को सुनने समझने और उनके हक की आवाज उठाने के लिए माघ मेला में तीन दिन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है.जिसके दूसरे दिन किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कहा है कि वो किसानों की हर प्रकार की समस्या के समाधान के लिए आवाज उठाएंगे. हर हाल में किसानों को उनका हक दिलवाएंगे.
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किसान महापंचायत से करेंगे एलान:भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि किसान महासम्मेलन के इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों से आये हुए किसान शामिल है.अलग अलग राज्यों से आये हुए किसानों की अपनी अपनी समस्या है. कहीं किसानों को उनका हक नहीं मिल रहा है, तो कहीं पर फसल की सही कीमत को लेकर किसानों में रोष है. किसानों की इन्ही समस्याओं को सुनने के बाद अब उनका निराकरण करने के लिए आंदोलन की रूपरेखा बनायी जाएगी.सभी राज्यों से आये हुए किसानों को सुनने के बाद गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन की अगली रणनीति का एलान किया जाएगा.
राकेश टिकैत का आरोप, किसानों को नहीं बुलाया गया: 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम लला के प्राण प्रतिष्ठा कर्यक्रम में किसानों को बुलाये जाने के सवाल पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने दो टूक शब्दों में कहा कि कार्यक्रम में किसानों को नहीं बुलाया जा रहा है. लेकिन, भगवान राम सबके हैं इसलिए, किसान 22 जनवरी के बाद अयोध्या जाएंगे. वो खुद भी 22 जनवरी के बाद अयोध्या जाएंगे और प्रभु श्री राम का दर्शन पूजन करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इस मौके का किसी को राजनीतिक फायदा लेने का प्रयास नहीं करना चाहिए. बीजेपी को इस कार्यक्रम का फायदा लोकसभा चुनाव में मिलेगा के सवाल पर कहा कि यह तो भाजपा वालों को तय करना है कि वो मंदिर किस लिए बना रहे हैं. राम के लिए या, चुनावी लाभ के लिए. टिकैत ने कहा कि गुरुवार 18 जनवरी को मंत्रणा के बाद वो अपनी आगे की रणनीति का एलान परेड मैदान में चल रहे कार्यक्रम से ही करेंगे.
छत्तीसगढ़ के आदिवासियों ने राकेश टिकैत से मांगी मदद:प्रयागराज में चल रहे भारतीय किसान यूनियन के शिविर में छत्तीसगढ़ से आये हुए आदिवासियों के दल ने किसान नेता राकेश टिकैत से मिलकर मदद की गुहार लगायी है. हसदेव नदी और उस पर बने मिनीमाता बांगो बांध का कैचमेंट है.जल जंगल और जमीन की रक्षा की दुहाई देकर आदिवासियों के प्रतिनिधि मंडल ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात करके मदद मांगी है.उनका कहना है कि कोयले की खान शुरू करवाने के लिए बड़े क्षेत्र में फैले हुए जंगल को काटा जा रहा है.जिससे इन आदिवासियों का रोजगार समाप्त होगा. वहीं, जंगल में रहने वाले अलग अलग प्रजातियों के हजारों वन्य जीव बेघर हो जाएंगे. किसान नेता ने आदिवासियों की मांगों को सुनने के बाद छत्तीसगढ़ जाकर उनके हक के लिए आंदोलन करने और उन्हें इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया है.
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