प्रयागराज: इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर सपा समर्थित छात्र नेताओं का प्रदर्शन लगातार 133वें दिन भी जारी रहा. छात्रसंघ बहाली की मांग के लिए छात्र नेता कई महीनों से विश्वविद्यालय परिसर में धरने पर बैठे हुए हैं. विश्वव्यापी कोरोना महामारी में हुए लॉकडाउन से अनशन अब तस जारी है.
अनशन पर बैठे हैं छात्र
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का चुनाव छात्र परिषद से कराया जाना तय हुआ था. इसका छात्र संगठन लगातार विरोध कर रहे हैं. केंद्रीय विश्वविद्यालय छात्रसंघ के लिए होने वाले चुनाव को बैन करके छात्र परिषद की व्यवस्था पिछले वर्ष लागू की गई थी. छात्र परिषद के माध्यम से ही चुनाव कराया गया था, जोकि पूर्ण रूप से असफल रहा. गौरतलब है कि तत्कालीन वाइस चांसलर प्रोफेसर रतनलाल हंगलू के कार्यकाल में छात्र संघ चुनाव को बैन किया गया और छात्र परिषद की व्यवस्था लागू की गई थी. इसके पीछे विश्वविद्यालय का तर्क था कि छात्र संघ चुनाव की वजह से विश्वविद्यालय के पठन-पाठन के साथ-साथ गुरु-शिष्य परंपरा में भी बदलाव आया है. इसको बेहतर करने के लिए छात्र परिषद लागू किया जाना अनिवार्य है. कुछ महीनों से छात्र संगठनों से जुड़े छात्र नेता पूर्णकालिक अनशन पर बैठे हुए हैं.