माघ मेला की तैयारी सुस्त, अफसरों का दावा समय पर हो जाएगी तैयारी प्रयागराज: संगम नगरी में जनवरी 2024 से 52 दिनों के लिए माघ मेला लगेगा. लेकिन, अभी तक इस मेले की तैयारियों में रफ्तार नहीं दिख रही है. लेकिन, प्रभारी अधिकारी माघ मेला का कहना है कि दीपावली तक सभी विभागों के टेंडर हो जाएंगे. उसके बाद तैयारियों में तेजी दिखेगी. उनका कहना है माघ मेला का पहला स्नान पर्व 15 जनवरी को है. लेकिन माघ मेला का कल्पवास 25 जनवरी से शुरू होगा. उसके पहले सभी कार्य समय से पूरे हो जाएंगे.
घाटों पर भी नहीं शुरु हुआ कोई काम इस बार माघ मेले में होग नए प्रयोग:जनवरी 2024 में शुरू होने वाले माघ मेले को योगी सरकार 2025 में आयोजित होने वाले कुम्भ मेले के ट्रायल के तौर पर पेश करने की तैयारी है. यही वजह है कि इस साल माघ मेले में कई प्रकार के नए प्रयोग भी प्रस्तावित किए गए हैं. जिनका ट्रायल मेले के दौरान किया जाएगा. इसके साथ ही बिजली विभाग माघ मेले मे सोलर लाइट का भी ट्रायल करेगा. वहीं, अरैल इलाके में टेंट सिटी भी बसाई जाएगी.
इस बार माघ मेले में 5 की जगह 6 पांटून ब्रिज बनाए जाएंगे जमीनी स्तर पर नहीं तैयारी: लेकिन, इस भी प्रस्तावों की तैयारी जमीनी स्तर पर नजर नहीं आ रही है. अभी तक मेला क्षेत्र में सिर्फ कुछ स्थान पर भूमि का समतलीकरण का काम हुआ है. वहीं, माघ मेला 2024 का मेला अधिकारी एडीएम दयानंद प्रसाद को बनाया गया है. उनका कहना है कि इस बार का माघ मेला भी पिछली बार के माघ मेला के बराबर क्षेत्र फल में बसाया जाएगा. पिछला माघ मेला 632 हेक्टेयर में बसाया गया था. हालांकि, जरूरत पड़ने पर इस बार मेला क्षेत्रफल को 700 हेक्टेयर के करीब तक बढ़ाया जा सकता है.
अधिकारियों का कहना कि समय पर पूरी हो जाएंगी सभी तैयारी पांच की जगह इस बार बनेंगे 6 पीपा पुल:प्रयागराज में हर साल संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेला में जहां गंगा नदी पर 5 पांटून ब्रिज बनाए जाते थे. लेकिन, इस बार के माघ मेले में 5 की जगह 6 पांटून पुल बनाए जाएंगे. श्रद्धालुओं को भी सुविधा होगी. जिसमें पांच पांटून पुल मेला क्षेत्र के बीच में जबकि छठवां पांटून पुल नागवासुकी मंदिर की तरफ बनाए जाने का प्रस्ताव है. जिससे की मेला क्षेत्र में आने जाने वालों को भी सुविधा मिलेगी. लेकिन, जमीन और नदी के ऊपर अभी तक पांटून पुल बनाए जाने का काम होता नहीं दिख रहा है.
नदी पर नहीं बने अभी तक पांटून ब्रिज कब कौन सा होगा स्नान पर्व: जनवरी 2024 में शुरू होने वाले इस माघ मेले की शुरुआत 15 जनवरी को मकर संक्रांति के पर्व के साथ होगी. जिसके बाद 25 जनवरी को पौष पूर्णिमा का स्नान पर्व होगा. उसके बाद 9 फरवरी को मौनी अमावस्या का सबसे बड़ा स्नान पर्व होगा. इसी के साथ 14 फरवरी को बसंत पंचमी और 24 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान पर्व के साथ माघ मेले का कल्पवास समाप्त हो जाएगा.
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