उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

काशी-प्रयागराज सहित पूरे प्रदेश में कांवड़ यात्रा की तैयारी पूरी, सोमवार को रवाना होंगे कांवड़िए - up Kanwar Yatra

सावन माह की 14 जुलाई से शुरूआत हो गई है. सावन माह में 18 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है, इस दिन से कांवड़िए अपने आराध्य की उपासना करने के लिए तीर्थ स्थलों पर प्रस्थान करना शुरू करते हैं. शासन-प्रशासन ने इस खास दिन के लिए प्रदेश भर में तैयारियां पूरी कर लीं हैं.

कांवड़ यात्रा की तैयारी पूरी
कांवड़ यात्रा की तैयारी पूरी

By

Published : Jul 16, 2022, 9:33 PM IST

प्रयागराज/वाराणसी(ईटीवी भारत डेस्क) :भगवान शिव का महीना कहे जाने वाले सावन माह की 14 जुलाई से शुरूआत हो गई है. सावन माह शुरू होते ही शिव भक्त अपने आराध्य की उपासन करने के लिए निकलने लगे हैं. हर-हर महादेव, जय शिव-शंभू, हर-हर गंगे, ओम नम: शिवाय का उद्घोष सावन माह के पहले सोमवार होने की की बानगी देने लगता हैं. इस सावन माह में 18 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है. हिंदू मान्यताओं में सावन माह के पहले सोमवार का खास महत्व होने के कारण इस दिन शिव भक्त अपने आराध्य की उपासना करने के लिए तीर्थ स्थलों की तरफ निकलते हैं. इस दिन के लिए यूपी के प्रसिद्ध तीर्थ स्थान काशी, प्रयागराज सहित प्रदेश के तमाम स्थानों पर पुलिस और जिला प्रशासन पूरी तैयारी कर ली है.

प्रयागराज में जिला प्रशासन की तैयारी पूरी
सावन के पहले सोमवार को प्रयागराज से बड़ी संख्या में शिवभक्त कावड़िए गंगाजल ले जाकर बाबा विश्वनाथ व आस-पास के शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. अवसर पर बड़ी संख्या में कावड़ियों का जत्था दशाश्वमेघ घाट पर जल भरने के लिए जुटता है. प्रयागराज के दशाश्वमेघ घाट पर जल भरने के बाद कावड़िए गंगा स्नान करके जल लेकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए जाते हैं. संगम और दशाश्वमेघ घाट से कावड़ में जल भरकर शिव भक्त वाराणसी के लिए पैदल यात्रा पर निकलते हैं.

जानकारी देते कमिश्नर संजय गोयल

इसके अलावा बहुत से कावड़िए प्रयागराज के पड़िला महादेव मंदिर, मनकामेश्वर महादेव मंदिर, सोमेश्वर महादेव, सुजावन महादेव मंदिरों में जलाभिषेक करने जाते हैं. इन मंदिरों में जलाभिषेक करने जाने वाले कावड़िए भी संगम और आस-पास के घाटों से जल भरने के लिए आते हैं. इसके साथ ही आस-पास के जिलों के शिवभक्त भी संगम और आस-पास के घाटों से जल भरने के लिए आते हैं. सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को है. सावन के पहले सोमवार को लेकर प्रयागराज जिला प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर लीं हैं. घाटों पर साफ-सफाई के अलावा कांवड़ियों के आने-जाने वाले रास्ते को भी दुरुस्त करा दिया गया है.

प्रयागराज से वाराणसी जाकर बाबा विश्वानाथ का जलाभिषेक करने वालों की भारी भीड़ उमड़ती है. जिसको देखते हुए पिछले सालों की तरह इस बार भी हाइवे के एक साइड को कावड़ियों के लिए रिजर्व कर दिया गया है. प्रयागराज से वाराणसी तक कावड़ियों के स्वास्थ और सुरक्षा के लिए मेडिकल टीम तैनात की गई है. इसके साथ ही रास्ते में कई पॉइंट्स बनाए गए हैं, जहां पर एम्बुलेंस के साथ ही मेडिकल टीम तैनात रहेगी. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर मरीज को पॉइंट पर तैनात एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल तक पहुंचानी की व्यवस्था की गई है. कावड़ियों के रूट की निगरानी करने के लिए ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जाएगी.

वाराणसी में जिला प्रशान और सुरक्षा तंत्र अलर्ट
सावन का महीना शुरू हो चुका है और काशी में सावन के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं का जमावाड़ा लगेगा. इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है. वहीं पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने आज शहर में भ्रमण करके तैयारियों का जायजा लिया. पुलिस कमिश्नर ने कांवड़ यात्रा वाले मार्गों पर मातहतों को पूरी मुस्तैदी के साथ ड्यूटी करने के निर्देश दिए. पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने विशेष रूप से थाना सारनाथ के सारंगनाथ महादेव मंदिर, ग्राम लेढूपुर, पुरानापुल एवं सरैय्या चौकी थाना जैतपुरा का भ्रमण किया व कांवड़ यात्रियों के रास्तों पर किए जाने वाले सुरक्षा व्यवस्था परखी.

इसे पढ़ें- वाराणसी में मौजूद है श्री काशी ऋणमुक्तेश्वर मंदिर, जहां दर्शन करने से मिलती है कर्जे से मुक्ति

ABOUT THE AUTHOR

...view details