प्रयागराजः शहर के थरवई थाना क्षेत्र में 23 अप्रैल को हुए सामूहिक हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया. प्रयागराज में बुधवार तड़के गिरफ्तार किए गए डकैतों ने बड़ा खुलासा किया. पुलिस की पूछताछ में डकैतों ने बताया कि वे महिलाओं को मारने के बाद उनसे रेप भी करते थे. एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि पिछले दिनों गोहरी और थरवई में हुए सामूहिक हत्याकांड इसी गैंग ने किया था. उन्होंने बताया कि गैंग के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 6 डकैत अब भी फरार हैं.
घटना को अंजाम देने वाले गिरोह के सात सदस्यों को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है. गैंग के तीन बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए है. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गिरोह के पास से तीन तमंचे, कई कारतूस, बांका, कुल्हाड़ी, हथौड़ी, पेचकस बरामद हुए हैं. गैंग के चार मददगारों का भी पता लगाया जा रहा है. पुलिस की तरफ से फरार तीन मुख्य आरोपियों पर 50- 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया है. इस गिरोह से जुड़े कुल 13 लोगों का पुलिस पता लगा चुकी है. इनमें से सात अपराधी सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए हैं. बचे हुए गैंग के सदस्यों की प्रयागराज से लेकर बिहार तक तलाश की जा रही है. बताया गया कि थरवई थाना क्षेत्र में घर में महज 2100 रुपए मिलने से नाराज बदमाशों ने न केवल घर में आग लगा दी बल्कि परिवार के सदस्यों को भी मौत के घाट उतार दिया. यहीं नहीं महिला के शव से दुष्कर्म भी किया.
एडीजी प्रयागराज प्रेम प्रकाश ने बताया कि पकड़े गए सभी बदमाश लूटपाट की नीयत से घटना को अंजाम देते थे.उनका मुख्य मकसद सूनसान इलाके में बने घरों को निशाना बनाकर लूटपाट करना था. रात के अंधेरे में पूरा गैंग घर के पास जाकर छिप जाता था और आधी रात के बाद घर में घुसकर चोरी करता था. इस दौरान अगर कोई भी जाग गया तो उसे तत्काल मार देते थे. ये लोग हत्या को अंजाम देने के लिए घर मे मौजूद वस्तुओं का ही इस्तेमाल करते थे और जरूरत पड़ने पर अपने पास रखे हुए धारदार नुकीले पेंचकस या हथौड़ी का भी इस्तेमाल करते थे. पकड़े गए बदमाशों में ज्यादातर बिहार और प्रयागराज के फाफामऊ इलाके के रहने वाले हैं.