प्रयागराजःसंगम नगरी (Sangam city) में जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेला (Magh Mela) को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है. इस बार माघ मेले में 2019 महाकुंभ की तरह सफाई व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा मेले में प्लास्टिक (Plastic Free) बैग की जगह कपड़े का थैला मुफ्त दिया जाएगा. साथ ही पॉलीथिन का प्रयोग न करने की अपील की जाएगी. मेले में जुर्माने की जगह गांधीगिरी की जाएगी.
संगम नगरी में लगने वाला माघ मेला होगा प्लास्टिक मुक्त, जुर्माना की जगह की जाएगी गांधीगिरी - प्रयागराज की खबरें
संगम नगरी में इसबार माघ मेला (Prayagraj Magh Mela) 6 जनवरी से शुरू हो रहा है. इसके लिए मेला प्रभारी मेला प्रभारी ने बताया कि मेले में प्लास्टिक ( plastic free) बैग की जगह कपड़े का थैला मुफ्त दिया जाएगा.
धर्म और आस्था की नगरी प्रयागराज में माघ मेला हर वर्ष आयोजित किया जाता है. इस बार 6 जनवरी से माघ मेला का पहला स्नान शुरू होगा. जिसके लिए प्रशासन तैयारियां कर रही है. इसके अलावा माध मेले में कुछ खास होने जा रहा है. आगामी माघ मेले का रिहर्सल मिनी कुंभ की तरह आयोजित किया जाएगा. इसमें स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से प्लास्टिक प्रतिबंधित जोन बना रहा है. इतना ही नहीं इस बार प्लास्टिक का प्रयोग करने वालों पर कार्रवाई की बजाय गांधीगिरी के माध्यम से प्लास्टिक का प्रयोग ना करने के लिए जागरूकता फैलाई जाएगी.
माघ मेला प्रभारी मेला प्रभारी (Magh Mela Incharge Fair Incharge) अरविंद सिंह चौहान के मुताबिक इस बार 2023 माघ मेला मिनी कुंभ की तरह होगा. मेला प्रशासन 2019 के कुंभ में अमल में लाई गई स्वच्छता व्यवस्था को नए रूप में उतारने की व्यवस्था कर रही है. स्वच्छता व्यवस्था की सीख लेते हुए संगम में पहुंचने श्रद्वालुओं को प्लास्टिक के उपयोग से रोका जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बार पूरा मेला क्षेत्र प्लास्टिक मुक्त होगा. मेला प्रशासन ने खुले में शौच मुक्त करने का संकल्प लिया है. मेले में टॉयलेट की व्यवस्था और सफाई कर्मियों की तैनाती शुरू कर दी गई है. अगर श्रद्धालु प्लास्टिक का बैग लेकर मेला क्षेत्र में आते हैं. तो मेले में ही उस प्लास्टिक के बैग को लेकर कपड़े का बैग लोगों को निःशुल्क दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि माघ मेले में कोविड- प्रोटोकॉल के तहत मेला बसाने की तैयारी है. माघ मेला क्षेत्र में कुल 16 प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं. साथ ही हेल्प डेस्क की व्यवस्था और जांच टीमें मौजूद रहेंगी. मेले में 100 से ज्यादा स्वास्थ्य विभाग की टीमे लगाई गई हैं. मेले में जांच के लिए थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था कराई जाएगी. मेला प्रभारी के मुताबिक मेले में 17 हजार के ऊपर शौचालय बनाए जाएंगे. जिससे मेला खुले में शौच मुक्त रखा जा सके. इसके अलावा कपड़े से बने 10 टॉयलेट और पार्किंग में 3 हजार टॉयलेट बनाए जाएंगे. जिससे स्वच्छता बनी रहे. माघ मेले के अंदर एसटीपी का भी निर्माण कराया गया है. मेले में 2160 स्वच्छता कर्मियों की तैनाती होगी. पूरे मेले में एलसीडी के माध्यम से स्वच्छता जागरूकता अभियान के तहत लोगों को जागरूक भी किया जाएगा.
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