प्रयागराजः शहर के डॉक्टर न्यापार मंडल के लोगों ने सुभाष चौराहे पर कैंडल जलाकर जनता से अपील की. डॉक्टरों पर बढ़ रहे हमलों को लेकर उन्होंने कहा कि डॉक्टर भी इंसान है, उनसे भी गलतियां हो सकती हैं. ऐसे में परिजन संयम रखें. इलाज के दौरान मौत के बाद लोग डॉक्टरों को मारने-पीटने लगते हैं, इसके साथ ही एफआईआर भी दर्ज करा देते हैं. डॉक्टर कभी नहीं चाहता कि उसके मरीज की मौत हो.
'भगवान नहीं, इंसान हैं हम' डॉक्टरों ने निकाला कैंडल मार्च
प्राइवेट डॉक्टरों से मारपीट, रंगदारी और तोड़फोड़ के खिलाफ इलाहाबाद नर्सिंग होम और प्राइवेट डॉक्टर्स एसोसिएशन के डॉक्टरों ने सुभाष चौराहे पर मोमबत्ती जुलूस निकाला, हालांकि पुलिस प्रशासन ने उन्हें वहीं रोक दिया. डॉक्टरों ने चौराहे पर ही जलती मोमबत्ती रखकर आने-जाने वाले लोगों से अपील की.
डॉक्टरों ने कहा कि डॉक्टर भी इंसान होता है, जो मरीज की जान बचाने का आखिरी समय तक प्रयास करता है. अगर किसी परिस्थिति में मरीज की मौत हो जाती है, तो डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगते हैं. अस्पताल में तोड़फोड़ की कार्रवाई शुरू हो जाती है. मरीज के परिजनों को ये सब न करके लापरवाही की वजह विधि संगत भी पूछी जा सकती है. जिसका अस्पताल प्रबंधन जवाब देगा. अभी हाल में ही डॉक्टर वंदना बंसल से रंगदारी का मामला रहा हो, या यूनाइटेड मेडिसिटी अस्पताल पर खुशी के परिवार से लाखों रुपये ऐठने के आरोप का मामला दोनों में डॉक्टर ही पीड़ित हुआ. उनका कहना था कि मरीज के परिजन हो या समाज के लोग अगर हमें डरायेंगे, तो डॉक्टर भाग जायेंगे. इससे ज्यादा और कुछ नहीं होगा. तब दूसरा मरीज भी प्रभावित होगा.