प्रयागराजःजिले में आस्था की नगरी प्रयागराज में माघ मेले की शुरुआत हो चुकी है. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आने लगे हैं. अब द्वितीय स्नान 28 जनवरी को होना है. पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से पहले गंगा में कटान हो रहा है. इससे प्रशासन और श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ रही है. गंगा में बढ़ते कटान से माघ मेला की सुरक्षा पर संकट के बादल घिर आए हैं. हालांकि राहत की खबर ये है कि कटान को रोकने के लिए तेजी से कार्य जारी है.
कल्पवास भी होगा शुरू
पौष पूर्णिमा का स्नान 28 जनवरी को है. संगम की रेती पर उसी दिन से कल्पवास भी शुरू हो जाएगा. श्रद्धालु 1 महीने तक गंगा किनारे कल्पवास करते नजर आएंगे. बीते 7 दिनों से गंगा में हो रहा कटान प्रशासन के लिए एक चिंता का विषय है. अब पुल व श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पीडब्ल्यूडी अफसर अलर्ट मोड में हैं. कटान को रोकने के लिए दिन रात एक करके मजदूर काम में लगे हुए हैं.
कटान को रोकने का भरपूर प्रयास जारी
माघ मेले में बाहर से आए श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा में लगातार हो रहा कटान उनके लिए भी एक चिंता का विषय है लेकिन पिछले 5 दिनों में प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए कटान को रोकने का भरपूर प्रयास शुरू किया है. जिस भी पुल के पास कटान होता दिखाई दे रहा है, वहां तत्काल इसे रोकने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कटान के आसपास बालू की बोरियों को लगाया जा रहा.
माघ मेला में पांच पांटून पुल बनाए गए हैं
बता दें मेला क्षेत्र में गंगा नदी में कुल पांच पांटून पुल बनाए गए हैं. इन पुल का जब निर्माण हुआ था उस वक्त गंगा के पाट और कटान की व्यवस्था कुछ और थी. मौजूदा समय में गंगा में कटान तेज हो गया है. यह कटान उत्तरी छोर के निकट दारागंज साइड पर अधिक हो रहा है.