प्रयागराज:माघ मेला पुलिस लाइन (Magh Mela Police Line) के उद्घाटन के साथ ही अफसरों की पाठशाला का आयोजन किया गया, जिसमें एडीजी आईजी और डीआईजी के साथ ही मेला एसपी ने माघ मेले (Prayagraj Magh Mela) में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को समझाया. पुलिस अधिकारियों ने ड्यूटी शुरू करने से पहले पुलिस वालों को बताया कि किस तरह से मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ व्यवहार और बातचीत की जाए.
माघ मेला पुलिस लाइन में अलग-अलग जिलों से ड्यूटी करने पहुंचे पुलिसकर्मियों को बताया गया कि उन्हें किस तरह से माघ मेला के दौरान जनता की सेवा के साथ ही सुरक्षा करनी है. किस तरह से मेले में आने वाली भीड़ को समझाना है. इसके साथ ही जवानों को बताया गया कि मेले में आने वाले बुजर्गों के साथ अपने परिवार वालों जैसा बर्ताव करना है.
डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने पुलिसकर्मियों को बताया कि श्रद्धालुओं के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार करते हुए समझाना है. मेले में आने वाली भीड़ मां गंगा की भक्त है और वो सिर्फ आस्था की डुबकी लगाने के लिए स्नान पर्वों के दिन मेले में आते हैं.
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माघ मेला में ड्यूटी करने वाले पुलिस वालों की ड्यूटी चुनाव में नहीं लगायी जाएगी. जल्द ही यूपी में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है, जिसको देखते हुए ये फैसला लिया गया है कि माघ मेला में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों और अफसरों की ड्यूटी चुनाव में नहीं लगायी जाएगी. माघ मेला 14 जनवरी से लेकर 1 मार्च तक चलेगा.
माघ मेला में पुलिस वालों को प्रशिक्षण देने के दौरान बताया गया कि मेला में ड्यूटी करते समय पूरी मुस्तैदी बरतनी है. मेले में ड्यूटी करने वालों को किसी तरह की लापरवाही ड्यूटी के दौरान नहीं करनी है. अफसरों ने बताया कि माघ मेला की निगरानी स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान करवाकर वापस भेजना सीएम योगी की प्राथमिकता में है.
इसके साथ ही यह भी बताया गया कि सीएम और पीएम के भी माघ मेला के दौरान प्रयागराज आने की संभावना है, जिसको देखते हुए मेले में चाक-चौबंद सुरक्षा की व्यवस्था की योजना बनायी गयी है.
माघ मेले में आने वाली लाखों की भीड़ की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर तैयारी की जाती है. मेले में प्रमुख स्नान पर्वों पर जुटने वाली लाखों की भीड़ को देखते हुए देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्कता बरत रही हैं. जिले में पुलिस के आलाधिकारी निरंतर सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में रहते हैं. माघ मेले की सुरक्षा व्यवस्था इस तरह से की जाती है कि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके.
सभी श्रद्धालुओं की निगरानी के लिए जगह-जगह चेक पोस्ट बनाने के साथ ही मॉनिटरिंग के लिए सीसीटीवी कैमरे लगेंगे, जिससे कि मेले में आने वाले किसी भी संदिग्ध की पहचान की जा सके.
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