प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड को हुए करीब तीन हफ्ते हो चुके हैं लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस लगातार कोई न कोई कार्रवाई कर रही है. जिस तरह अतीक गैंग के कारतूस सप्लाई की आशंका पर उसके करीबी के गन हाउस की गुरुवार को जांच हुई थी. उसी क्रम में शुक्रवार को जेल में भी छापेमारी की गई.
जनपद की नैनी सेंट्रल जेल में शुक्रवार को पुलिस प्रशासन के अफसरों की टीम ने पहुंचकर छापेमारी की. इस दौरान डीसीपी यमुनानगर के साथ ही एसडीएम और अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे. छापेमारी करने वाली टीम ने खास तौर से उस हाई सिक्योरिटी बैरक की गहन तलाशी ली जिसमें बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद का बेटा अली बंद है.
हालांकि छापेमारी और तलाशी के दौरान टीम को किसी तरह की कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली. बताया जाता है कि मंगलवार को नैनी जेल के अंदर देशी घी के पैक डिब्बे के अंदर स्मार्ट मोबाइल फोन ले जाते हुए चेकिंग में पकड़ा गया था. इसी को लेकर ये कार्रवाई किए जाने की बात सामने आ रही है.
प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में शुक्रवार की दोपहर अचानक छापेमारी की गई. पुलिस प्रशासन के अफसरों की टीम ने नैनी सेंट्रल जेल में उन बैरकों की पहले तलाशी ली जिसमें बड़े या खूंखार अपराधी बंद हैं. इसी बीच तलाशी लेने वाली अफसरों की टीम ने हाई सिक्योरिटी वाली उस बैरक की भी तलाशी शुरू की जिसमें माफिया अतीक अहमद का बेटा अली बंद है. अली को उमेश पाल हत्याकांड के बाद नैनी सेंट्रल जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में ट्रांसफर कर दिया गया है.