प्रयागराज: सरकार के ऑपरेशन क्लीन के तहत अतीक और उनके गुर्गों पर पुलिस कार्रवाई कर रही है. माफिया अतीक के गैंग से जुड़े 24 गुर्गों को पकड़कर जेल भेजा गया. इसके बाद अतीक और उसके गुर्गों का लाइसेंस रद्द करके सभी असलहों को जमा कराया गया. पुलिस ने अतीक गैंग से जुड़े करीब 20 लोगों की सूचि बनाकर डीएम को दी थी. डीएम के लाइसेंस रद्द करने के आदेश के बाद अतीक के 20 गुर्गों के असलहे पुलिस ने जमा करा लिए.
मामले की जानकारी देते एसएसपी. पिछले हफ्ते पुलिस ने अतीक के खास शूटर आशिक उर्फ़ मल्ली को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जिस पर पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड में शामिल होने के आलावा धमकी और हत्या के 20 मुकदमे दर्ज हैं. साथ ही शहर से लेकर बाहर तक फैला संपत्ति का इतिहास भी पुलिस ने खंगाल रही. करोडों की सम्प्पतियां अतीक ने अपने राजनीतिक संरक्षण में अपराध करके बनाई थी. पुलिस ने माफिया अतीक की कमर तोड़ने के लिए उसके आर्थिक सोर्स को खंगालना शुरू किया तो करीब 20 ऐसी प्रॉपर्टी का पता चला, जो अतीक ने अपराध कर अर्जित की थी. ये प्रापर्टी शहर के पॉश इलाके में है. पुलिस ने जांच के बाद 20 में से 13 प्रॉपर्टी को कुर्क करने के लिए डीएम को सूचि भेजी है. 13 प्रॉपर्टी को सीज करने का आदेश डीएम ने दे दिया है.
28 अगस्त के अंदर प्रॉपर्टी होगी सीज
इन प्रॉपर्टी पर संबंधित थाने के इंस्पेक्टर को प्रशासक नियुक्त कर दिया है. 13 प्रॉपर्टी में सिविल लाइन्स के अली टावर और सिविल लाइन्स बस स्टैंड के सामने की जमीन के आलावा अतीक अहमद का आलीशान कार्यालय भी शामिल है. इसके आलावा अतीक के घर के बगल में 2 मकान और शहर के कई इलाकों में बने मकानों को सीज करने का आदेश हो चुका है. 28 अगस्त के अंदर प्रापर्टी सीज कर दी जाएगी. इन संपत्तियों को सीज करने से माफिया अतीक अहमद को एक बार में 30 करोड़ से ज़्यादा की चोट पहुंचेगी. पुलिस की जांच में ये साबित हो चुका है कि इन करोडों की संपत्तियों को अतीक ने अपने राजनीतिक संरक्षण में अपराध कर बनाई थी.
इसके आलावा गैंग के गुर्गों की संपत्ति का भी पुलिस पता लगा रही है. अतीक के गुर्गों की भी अवैध संपत्ति पर जल्द कार्रवाई होगी. अतीक अहमद पर मुकदमों की फेहरिस्त काफी लम्बी है. 1989 के बाद से अतीक के खिलाफ एक के बाद एक हत्या, डकैती, लूट, रंगदारी और अपहरण, जमीन कब्ज़े के कई मामले दर्ज हैं.
अतीक पर दर्ज हैं 90 मुकदमे
इस वक्त अतीक के ऊपर 90 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें विधायक राजू पाल हत्याकांड और देवरिया जेल में बिल्डर मोहित जायसवाल को पीटने और उसकी कंपनी को अपने नाम कराने की जांच सीबीआई कर रही है. एक महीने पहले ही पुलिस ने अतीक के भाई पूर्व विधायक अशरफ को भी गिरफ्तार किया है, जबकि अतीक का बड़ा बेटा मोहम्मद ऊमर फरार है. उसके ऊपर सीबीआई ने 2 लाख का इनाम रखा है. जेल में अतीक गैंग के लोग अपना साम्राज्य फिर से न चला सके, इसके लिए सरकार के आदेश के बाद अतीक को गुजरात जेल, जबकि उसके भाई खालिद अज़ीम उर्फ़ अशरफ को बरेली जेल और अतीक गैंग के गुर्गों को उत्तर प्रदेश की अलग-अलग जेलों में रखा गया है.