प्रयागराजः जिले में एक शिक्षक और उसकी पत्नी द्वारा 11 साल की बच्ची के साथ हैवानियत करने का मामला सामने आया है. आरोप है कि लखनऊ के अनाथालय से गोद ली गई बच्ची को प्रयागराज में लाकर उसके साथ नौकरों जैसा व्यवहार किया जाता था. चाय बनाने से लेकर झाड़ू पोछा और कपड़े धुलवाने तक का काम मासूम बच्ची से करवाया जाता था. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर माता-पिता को रविवार को जेल भेज दिया, जबकि बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
गोद ली हुई बच्ची के साथ की गयी हैवानियत का खुलासा तब हुआ जब बच्ची के हाथ का एक्सरे करवाने के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में बच्ची ने डॉक्टरों को बताया कि उसको गोद लेने के बाद उसके साथ नौकरों जैसा बर्ताव किया जाता था और काम न करने पर मारने-पीटने के साथ ही जलाया जाता था. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर माता-पिता को रविवार को जेल भेज दिया. वहीं, बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
प्राइवेट पार्ट पर मिले चोट के निशान
जब कभी बच्ची काम न कर पाती तो उसके साथ क्रूरता की जाती थी. बच्ची को आए दिन मारने-पीटने के साथ ही उसको गर्म चीजों से जलाया भी जाता था, जिसके निशान अभी भी मासूम के शरीर पर मौजूद हैं. हालांकि इस बच्ची के निजी अंगों पर भी चोट के निशान मिले हैं, जिससे उसके साथ शारीरिक शोषण किये जाने की भी आशंका है. हालांकि शुरुआती जांच में रेप की बात सामने नहीं आयी है.
डॉक्टरों ने दी पुलिस को जानकारी
शनिवार को जब इस बच्ची का इलाज करवाने के लिये उसकी मां उसे लेकर कैंटोमेंट बोर्ड अस्पताल पहुंची तो डॉक्टरों ने देखा कि बच्ची के शरीर पर चोट और जलाने के निशान हैं. इसके बाद डॉक्टरों ने अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सिद्धार्थ को इसकी जानकारी दी. उन्होंने धुमंगनज थाने पर इस बात की सूचना दी. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की और बच्ची की मां को हिरासत में लेकर थाने ले गए.