प्रयागराज: संगम नगरी के यमुनापार इलाके के कौंधियारा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा से गैंगरेप करने का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि तीन लोगों ने नाबालिग के साथ गैंगरेप किया है. लेकिन पुलिस मामले को दबाने का काम कर रही है और गैंगरेप का मुकदमा दर्ज करने के बजाए एक्सीडेंट का ही केस दर्ज किया है.
जानकारी के मुताबिक प्रयागराज से दूर कौंधियारा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा को उसके परिचित युवक ने 10 अगस्त की रात कॉल करके बुलाया. जिसके बाद एक कमरे में ले जाकर छात्रा के साथ युवक और उसके दो दोस्तों ने गैंगरेप किया. इस दौरान उसके प्राइवेट पार्ट्स को भी आरोपियों ने चोटिल कर दिया. इतना ही नहीं युवती के बेसुध होने के बाद सभी आरोपी उसे हाईवे किनारे फेंक कर फरार हो गए. हाईवे पर पेट्रोलिंग करने वाली डायल 112 की टीम ने सड़क किनारे पड़ी घायल युवती को हॉस्पिटल पहुंचाया और परिजनों को सूचना दी. साथ ही पुलिस ने लड़की के चाचा की तहरीर पर मामले को सड़क हादसा मानकर केस दर्ज किया था.
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आरोप है कि पीड़ित छात्रा के पिता और बाबा मुम्बई में रहकर नौकरी करते हैं. जब उन्हें 10 अगस्त की घटना की जानकारी मिली तो घर वापस लौटे और 18 अगस्त को थाने में तहरीर देकर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. लेकिन पुलिस ने कोई केस नहीं दर्ज किया. उल्टा पुलिस किशोरी को मानसिक विक्षिप्त भी बताने में जुटी थी. परिजनों का कहना है कि युवती ने इसी साल इंटर की परीक्षा पास की है. पीड़िता के बाबा का कहना है कि पुलिस इस मामले में गैंगरेप के आरोपियों से मिली है. इसलिए मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है.
एसएसपी शैलेश पाण्डेय का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं मिली है. मामले का पता लगाकर उचित कार्रवाई की जाएगी. वहीं, कौंधियारा थाने के थानेदार का कहना है कि घटना वाले दिन प्रारंभिक सूचना के आधार पर दुर्घटना का केस लिखा गया था. पीड़िता के चाचा ने तहरीर दी थी, उसी के आधार पर पुलिस ने दुर्घटना का केस दर्ज किया था. साथ ही उनका कहना है कि मामले में घायल का बयान दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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