प्रयागराज :पितृपक्ष की शुरूआत अश्वनी कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से हो जाएगी. अश्वनी कृष्ण पक्ष से लेकर अमावस्या तिथि तक पितृपक्ष रहेगा. कुछ लोग आज से ही पितरों को सम्मान देने के लिए प्रयागराज आने लगे हैं. पितृपक्ष का अनुष्ठान करने के लिए लोग गंगा स्नान करने के बाद 15 दिन तक पूजन करते हैं. पितृपक्ष का वर्णन पुराणों में भी मिलता है, जिसमें प्रयागराज का जिक्र किया गया है. मान्यता है कि यदि प्रयागराज में पितरों के लिए तर्पण किया जाता है, तो वह तर्पण सीधा पितरो को मिलता है.
कहा जाता है कि धर्म और आस्था की नगरी प्रयागराज में पितरों का श्राद्ध सीधा पितरों को मिलता है. वहीं प्रयागराज के संगम में तर्पण श्राद्ध करने की विशेष मान्यता है. मान्यता है कि पितृ पूजन करने आए लोग यदि 15 दिन तक प्रयागराज में रहकर पूजन करते हैं, तो इसका विशेष लाभ होता है. अश्वनी कृष्ण पक्ष प्रतिपदा को पूजन करने से यमराज भी पितरों को मुक्त कर देते हैं. इस बार पितृपक्ष 21 सितंबर से शुरू हो रहा है और 6 अक्टूबर तक चलेगा. पितृ पूजन का आरंभ 20 सितंबर से ही शुरू हो गया है.