प्रयागराज: प्रयागराज में शंखनाद मां कल्याणी की महाआरती के साथ दीप उत्सव मनाकर हुआ. कोरोना वायरस से बचने की मां कल्याणी से प्रार्थना भी की गई. साथ ही आरती और मंत्र उच्चारण से पूरा प्रांगण गूंज उठा. चारों तरफ जैसे दीपावली जैसा नजारा देखने को मिला. महात्माओं ने कहा कि दीये जलाने से प्राचीन काल की मान्यता के अनुसार सभी रोग नष्ट होते हैं.
दीप जलाने से वातावरण होता है शुद्ध
प्रयागराज के सिद्ध पीठ मां कल्याणी मंदिर पर यह नजारा देखने लायक था. मंदिर में चारों तरफ दीप ही दीप नजर आ रहा थे. ऊपर से मां कल्याणी की महाआरती और 101 शंखनाद से पूरा वातावरण लुभा रहा है. ऐसी मान्यता है कि दीप जलाने से वातावरण शुद्ध होता है. तमाम रोगों का नाश होता है. पीएम मोदी की अपील पर लोगों ने 9 बजे दीप जलाएं. 101 शंखनाद से चारों तरफ वातावरण शुद्ध हो गया. लोग ने आरती की और मां के जयकारे लगाने लगे.
प्रयागराज: सिद्ध पीठ मां कल्याणी के दरबार में 151 दीपों के साथ हुई भव्य आरती - मंदिर में जलाए दीप
पीएम मोदी की अपील के बाद 9 बजे सभी लोगों ने दीपक जलाए. इसी क्रम में प्रयागराज में शंखनाद मां कल्याणी की महाआरती के साथ दीप उत्सव मनाकर हुआ.
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प्रयागराज में लोगों ने जलाए दीप
सरसों के तेल से जलाए दीये
महंतों का कहना है कि दीपक का आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्त्व है. हमारे सनातन धर्म में ऐसी बात कही गई है. सरसों के तेल के दीये से तमाम बैक्टीरिया और कीटाणु नष्ट होते हैं.