प्रतापगढ़:जिले में पांच हजार की आबादी बदहाली का दंश झेल रही है. शहर के पॉश इलाके में एक सड़क तालाब बन गई है. करीब पांच सालों से बीमारी, संक्रमण, बदबू से परेशान लोगों ने अब आवाज उठाना शुरू कर दिया है. रविवार को काफी लोगों ने नगर पालिका का विरोध करते हुए नारेबाजी की. विरोध जाहिर करने के लिए लोगों ने तालाब बनी सड़कों पर मछली पकड़ना शुरू कर दिया.
सड़क पर जलभराव से परेशान लोग. प्रतापगढ़ नगर पालिका अक्सर अपने कारनामों के कारण चर्चा में रहती है. कई बार इनके कारनामों को लेकर जांच भी हो चुकी है. शहर के सिविल लाइन इलाके में बुढ़िया देवी मंदिर सड़क का है, जहां सड़क तालाब बन चुकी है. ये सड़क बस्ती दहिलामऊ को जाती है. पांच सालों से इस सड़क बुरा हाल है.
लोगों ने किया पानी निकलने का रास्ता बंद
कई बार जिलाधिकारी को इस विषय में पत्र लिखा गया है. बीते नगर पालिका चुनाव में पूर्व चेयरमैन को प्रचार के दौरान लोगों ने बाहर से ही भगा दिया था. बताया जाता है कि सड़क पर आसपास के लोगों ने नाली का पानी खोल दिया है और पानी निकलने का रास्ता बंद कर दिया है. यह मामला अदालत तक भी पहुंचा है. रविवार को भारी संख्या में जुटे लोगों ने आर-पार की लड़ाई की बात कही है. आंदोलन कर रहे स्थानीय नागरिक सुशील कुमार ने बताया कि नगर पालिका के अधिकारियों की लापरवाही के चलते सड़क का निर्माण नहीं हो रहा है.
कोर्ट में मामला पहुंचने से हो रही देरी
मामले को लेकर नगर पालिका के अधिशासी मुदित सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नगर पालिका चाहती है कि ये सड़क बने. लोगों का विरोध जायज है पर अब स्थानीय लोग मामले को अदालत तक लेकर चले गए हैं. जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया गया है. जल्द ही सड़क निर्माण कर्य कराया जएगा. लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. नगर पालिका आये दिन टैंकर लगाकर पानी को निकलवाती है, लेकिन आसपास के लोग पानी छोड़ देते हैं.
गंदे पानी के जमाव से इंसानों के साथ जानवरों को भी समस्या
इस दौरान रविवार लोगों ने नगर पालिका चेयरमैन और अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कई बार लोग गंदे पानी फिसल कर गिर जाते हैं. गाड़ियों के आने-जाने में काफी समस्या होती है. स्थानीय लोगों का कहना था की अब यह आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक सड़क का निर्माण नहीं हो जाता.