प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने कोरोना काल के दौरान नई सफलता हासिल की है. सभी प्रशासनिक कार्य समय पर पूर्ण हों और किसी भी तरह के वायरस से कर्मचारी प्रभावित न हों इसको ध्यान में रखते हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सभी कार्य पेपर लेस होंगे. पूर्णतया ई-ऑफिस के जरिये कार्यालय सम्बन्धी सभी काम करने वाला यह देश का पहला विश्वविद्यालय हो गया है. इस काम को अंजाम देने में विश्विद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज एमसीए अंतिम वर्ष के छात्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
जानकारी देते कार्यवाहक कुलपति आरआर तिवारी. वर्क फ्रॉम होम कर सकेंगे कर्मचारीविश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट के छात्रों ने ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है जिससे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सभी कार्य पेपर लेस होंगे. डिजिटल माध्यम से कार्यालयों के काम काज हो जाने से कार्य में तेजी भी आएगी. साथ ही साथ इससे जुड़े कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम भी कर सकेंगे. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी ने बताया कि संक्रमण के चलते ऑफिस के काम वर्क फ्रॉम होम करने की सलाह दी जा रही है. इसी को दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय की ओर से ऑफिस में पेपर लेस काम किया जा रहा है.
ऑनलाइन रजिस्टर होंगी समस्याएंखास बात यह है कि इस ई-ऑफिस के जरिये छात्रों, शिक्षकों व कर्मचारियों के ग्रीवांस सम्बन्धी सभी कार्य इस पर हो सकेंगे. छात्र अपनी समस्याओं को ऑनलाइन रजिस्टर भी कर सकेंगे. किस फाइल में क्या प्रगति है इसे अब आसानी से देखा जा सकेगा. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे अनावश्यक कागजी खर्च से बचा जा सकेगा. इस प्रोजेक्ट को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज एमसीए के अंतिम वर्ष के छात्र राहुल कुमार मिश्रा, सुगम कुमार त्रिपाठी और सौम्या श्रीवास्तव ने डॉक्टर सुनीता त्रिपाठी की देखरेख में डेढ़ महीने में खत्म किया.