प्रयागराजः राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर क्षेत्रीय अभिलेखागार में सरदार पटेल के जन्मदिवस पर उनके जीवन पर आधारित दुर्लभ चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. 'लौह पुरुष व्यक्तित्व एवं कृतित्व' विषय पर आधारित इस प्रदर्शनी में वर्ष 1913 से 1950 के बीच पटेल से जुड़ी घटनाओं के दुर्लभ चित्र को दर्शकों के लिए लगाया गया.
प्रयागराजः सरदार पटेल के दुर्लभ चित्रों से जीवंत हुईं यादें - लौह पुरुष के पुरानी तस्वीरों की प्रदर्शनी
यूपी के प्रयागराज में शनिवार को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सरदार बल्लभभाई पटेल का जन्मदिवस मनाया गया. इस दौरान क्षेत्रीय अभिलेखागार में चित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसमें लौह पुरुष के जीवन पर आधारित तस्वीरें थीं.
सरदार पटेल का जन्मदिवस मनाया
उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देश पर संस्कृति विभाग ने शनिवार को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सरदार पटेल के जन्म दिवस पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. यह प्रदर्शनी क्षेत्रीय व लेखागार में आयोजित हुई. प्रदर्शनी में सरदार पटेल के द्वारा टिहरी गढ़वाल का यूनाइटेड प्रोविंसेस में विलय के अवसर पर 1 अगस्त 1949 को लिखा गया पत्र और वर्ष 1945, 1947 और 1949 में सरदार पटेल के द्वारा किए गए पत्राचार से जुड़े चित्र प्रदर्शित किए गए. साथ ही 'जनसेवक वल्लभ एवं किसानों के प्राण वल्लभ' शीर्षक की कविता भी इस प्रदर्शनी में देखने को मिली. इसके अलावा बनारस राज्य के विलय के अवसर पर पटेल जी द्वारा दिया गया संदेश एवं विलय संबंधी अधिसूचना जैसे विवरण भी लगाए गए. इसके अलावा सरदार वल्लभभाई पटेल के शैक्षिक एवं राजनीतिक जीवन से संबंधित विभिन्न भाव वाले चित्र भी इस प्रदर्शनी में लगाए गए.
'सरदार पटेल के सिद्धांतों का करना चाहिए पालन'
प्रदर्शनी का शुभारंभ थल सेना के पूर्व सूबेदार श्याम सुंदर पटेल ने किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के सिद्धांतों का पालन करते हुए हम किसी भी कठिनाई का सामना कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने आगे यह भी कहा कि स्वतंत्र भारत के एकीकरण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसका परिदृश्य आज वर्तमान में देखने को मिलता है. पांडुलिपि अधिकारी व प्रभारी क्षेत्रीय अभिलेखागार गुलाम सरवर ने बताया कि प्रदर्शनी में सरदार पटेल के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं के चित्र लगाए गए हैं. इससे छात्रों व शोधार्थियों को अध्ययन में बड़ी मदद मिलेगी.