प्रयागराज :यूपी सरकार के आदेश के बाद 1 सितंबर से प्रदेश भर में प्राइमरी स्तर तक के स्कूल खुल गए हैं. सरकार के आदेश के बाद छोटे-छोटे मासूम बच्चे स्कूलों में जाकर ऑफलाइन मोड में पढ़ाई शुरू कर चुके हैं. वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज में इलाहबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी(Allahabad University) में अभी तक सिर्फ ऑनलाइन क्लास ही चल रही है. यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं अभी तक ऑफलाइन क्लास शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं.
एक तरफ जहां नर्सरी और प्राइमरी स्तर की कक्षाएं ऑफलाइन शुरू कर दी गयीं हैं. वहीं दूसरी तरफ स्नातक और परास्नातक स्तर की विश्वविद्यालय की कक्षाएं ऑफलाइन शुरू नहीं हुई हैं. जिसके कारण विश्वविद्यालय के छात्रों में अक्रोश है. छात्रों का कहना है, कि जब नर्सरी और प्राइमरी में पढ़ने वाले छोटे बच्चे स्कूल में जाकर ऑफलाइन क्लास कर सकते हैं तो युवा छात्रों की ऑफलाइन क्लासेज क्यों शुरू नहीं की जा रहीं हैं. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले एक छात्र ने बताया कि लगभग डेढ़ साल से यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन कक्षाएं शुरू नहीं हुईं हैं. यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र ने आरोप लगया कि ऑनलाइन क्लास में शिक्षक मनमानी करते हैं. किसी भी छात्र का कोर्स पूरा नहीं हो रहा है. विश्वविद्यालय में सभी कामकाज किए जा रहे हैं. कोरोना फैलने के डर के नाम पर सिर्फ कक्षाओं का ऑफलाइन संचालन बंद किया गया है.
ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने के लिए छात्रों ने कुलपति को ज्ञापन भेजा है. इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष व सपा नेता अदील हमजा का कहना है कि केंद्र और प्रदेश सरकार के बीच आपसी सामंजस्य नहीं है. जिसका नतीजा है कि एक तरफ यूपी में छोटे बच्चों के लिए स्कूल में क्लासेज शुरू करवा दी गईं. जबकि दूसरी तरफ यूजीसी की तरफ से इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी समेत दूसरे केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ऑफलाइन क्लासेज शुरू करने की छूट नहीं दी गई है.