प्रयागराज:रत्नों को धारण करने के पीछे मात्र उनकी चमक प्रमुख कारण नहीं है, बल्कि अपने लक्ष्य के अनुसार उनका लाभ प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है और यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि ये रत्न जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य करते किस प्रकार हैं. हम अपने आस-पास व्यक्तियों को कई तरह के रत्न पहने हुए देखते हैं. ये रत्न वास्तव में कार्य कैसे करते हैं और हमारी जन्मकुंडली में बैठे ग्रहों पर क्या प्रभाव डालते हैं. साथ ही किस व्यक्ति को कौन से विशेष रत्न धारण करने चाहिये. ये सब बातें अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. पढ़िए...क्या कहती हैं ज्योतिषाचार्य पंडित शिप्रा सचदेव...
क्या रत्न भी बदल देते हैं मनुष्य की तकदीर
कहते हैं कि घूरे के दिन भी बदलते हैं तो इंसान के क्यों नहीं. कहावत सच तो है लेकिन लंबा इंतजार करने से अच्छा है यदि आपकी कुंडली सही है तो रत्न धारण करने से अच्छी सफलता मिल सकती है. लेकिन रत्न धारण करने से पहले किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह जरूर लेना चाहिए. वही कुछ लोग राशि के अनुसार रत्न पहन लेते है जो कभी-कभी नुकसानदायक भी हो सकता है. राशि के साथ ही राशि स्वामी की स्थिति उसके बैठने का स्थान आदि भी बहुत महत्व रखते हैं.
रत्न लग्न के अनुसार धारण करे
रत्न हमेशा लग्न के अनुसार धारण किया जाता है, राशि के अनुसार नहीं. क्योंकि लग्न हमारा शरीर होता है और राशि हमारा मस्तिष्क, भावनाएं होते हैं. जब हम अपनी कुंडली बनवाते हैं, तब हमें अपने लग्न के बारे में पता चलता है.