प्रयागराज:ननका जी के शहादत स्थल पर उनकी गौरव गाथा का शिलापट सभी का सम्मान बढ़ाएगा. करीब 1 करोड़ की लागत से आजाद गैलरी तैयार हो रही है. जो ऐसे महा पुरुषों की याद दिलाएगी जो हमारे देश के लिए शहादत दिया है. ननका जी 12 अगस्त 1942 को शहीद हुए थे. वह कोतवाली में सफाई का कार्य करते थे.
प्रयागराज: शहादत स्थल पर दर्ज शहीद ननका का भी नाम हुआ दर्ज - शहीद ननका सहादत की गौरव गाथा दर्ज
उत्तर प्रदेश में कोतवाली स्थित सहादत स्थल पर अमर शहीद ननका जी की शहादत की गौरव गाथा दर्ज कराने वाले शिलापट का आईजी केपी सिंह द्वरा लोकार्पण किया गया. आईजी ने कहा कि लोकार्पण से आज कोतवाली का मान बढ़ गया है.
शहादत स्थल पर दर्ज हुये सहीद ननका की शिलापट.
अमर शहीद ननका जी की शहादत की गौरव गाथा दर्ज-
- वीर जवान पानी के थैले में तिरंगा छुपा कर बलूच रेजिमेंट के बीच से कोतवाली में प्रवेश करते हुए छत के ऊपर पहुंचे गये थे.
- उनका यूनियन का जैक उतारकर तिरंगा फहराया था.
- जब भारत माता की जय का नारा लगाने लगे तभी शोर सुनकर बलूच के सिपाही वहां इकढ्ढा हो गये थे.
- नीचे से बलूच के सिपाहियों ने गोलियों चलना शुरू कर दिया था.
- ननका जी को कई गोलियां सीने में जा लगी थी.
- वह जमीन पर गिर गए थे.
- ननका जी की शहादत को बहुत कम लोग ही जान पाए थे.
- इस वीर शहीद को अब आने वाली पीढ़ी इस शिलापट्ट के लग जाने से हमेशा याद रखेगी.