प्रयागराज :माफिया अतीक अहमद गैंग के मेंबर और उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों में शामिल मोहम्मद नफीस उर्फ नफीस बिरयानी का जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. जिसके बाद उसके शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों के हवाले कर दिया गया. नफीस बिरयानी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी होने के साथ ही अतीक गैंग का फाइनेंसर भी था. 23 नवंबर को पुलिस से मुठभेड़ के बाद पकड़े गए नफीस बिरयानी से पूछताछ के बाद पता चला कि वह अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन और परिवार को हर माह 25 से 30 लाख रुपये तक देता था. अतीक के भाई अशरफ का यह दोस्त बिरयानी का कारोबार करता था. जिस वजह से अतीक-अशरफ को पहुंचाई जाने वाली वसूली की रकम भी उसी के जरिए भेजी जाती थी. इसी वजह से उसको अतीक गैंग का फाइनेंसर भी कहा जाता है.
पोस्टमार्टम हाउस पर नहीं आए रिश्तेदार और पड़ोसी
अतीक अहमद गैंग के मेंबर और 50 हजार के इनामी रहे नफीस बिरयानी की मौत के बाद करीबी दूर-दूर ही रहे. सोमवार को पोस्टमॉर्टम हाउस पर नफीस बिरयानी के परिवार के 6 लोग ही पहुंचे थे. अतीक गैंग के खिलाफ जिस तरह से पुलिस कार्यवाई कर रही है, उसका नतीजा है कि सिर्फ नफीस के परिवारवाले और चंद लोग ही उसके जनाजे में शामिल हुए. उमेश पाल हत्याकांड में नफीस की भूमिका और अतीक गैंग से उसके रिश्ते उजागर होने के बाद जिस तरह से पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई की, उसको देखते हुए तमाम लोगों ने उससे दूरी बना ली. शायद यही वजह है कि नफीस बिरयानी की मौत के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर मात्र 6 लोग ही पहुंचे थे.
कैसे चर्चा में आया नफीस बिरयानी