प्रयागराज:त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को देखते हुए जहां निर्वाचन आयोग द्वारा ग्राम पंचायत मतदाता सूची के संशोधन व फर्जी नामों को हटाने का कार्य बीएलओ द्वारा कराया जा रहा है. दरअसल, ग्राम प्रधानों द्वारा ग्राम पंचायतों में नियुक्त बीएलओ से साठगांठ करके प्रधान पद पाने की लालसा में फर्जी मतदाताओं का नाम भी सूची में जोड़ा जा रहा है. जिससे कि फर्जी मतदान कराने की कोशिश हो रही है.
दरअसल, वर्तमान प्रधानों को यह डर है कि उनके द्वारा इस पंचवर्षीय में किए गए भ्रष्टाचार के कारण ग्राम सभा की जनता द्वारा सिरे से नकार दिया गया है. जिससे वे अपने मान सम्मान को बचाने के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य में जुटे बीएलओ से साठगांठ करके मतदाता सूची में फर्जी नामों को जुड़वाने का काम किया जा रहा है. कुछ इसी प्रकार का मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा कौंधियारा विकास खंड के अंतर्गत आने वाली ग्राम सभा जेठूपुर के ग्राम प्रधान के द्वारा गांव में नियुक्त बीएलओ से कराया जा रहा है.
जेठूपुर ग्राम सभा के ही प्रेम शंकर पांडे व क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेश कुमार मिश्र द्वारा बताया गया कि ग्रामसभा में नियुक्त बीएलओ किरण शुक्ला व ग्राम प्रधान सगे रिश्तेदार हैं जिसके चलते ग्राम प्रधान जेठूपुर के द्वारा बीएलओ किरण शुक्ला से मिलकर के ग्राम सभा के ही 150 नाबालिग का नाम फर्जी तरीके से मतदाता सूची में जोड़ा गया है. वहीं, 60 से 70 नाम ऐसे जोड़े गए हैं, जो ग्राम सभा के निवासी हैं ही नहीं और वह मध्य प्रदेश या अन्य ब्लॉकों के रहने वाले हैं. जबकि 50 ऐसे नाम जोड़े गए है जो गांव की बेटियां शादी ब्याह होने के बाद भी अपने ससुराल में रह रही हैं. वहीं इस बार मतदाता सूची में उनके नाम को भी ग्राम प्रधान जेठूपुर व बीएलओ किरण शुक्ला के द्वारा जोड़ा गया है.