प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटों का पता न लगने पर शाइस्ता परवीन की तरफ से जनपद न्यायालय में अर्जी दाखिल कर बच्चों का पता लगाये जाने की गुहार लगायी थी. जिसके बाद कोर्ट में पुलिस की तरह 4 मार्च को जवाब दाखिल कर बताया गया था कि पुलिस ने चकिया इलाके में 2 मार्च को लावारिस हालत में पाये जाने पर बाहुबली अतीक के दोनों बेटों को बाल संरक्षण ग्रह में भेज दिया था.
इसके बाद अतीक के वकील की तरफ से दूसरी बार कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दोनों बेटों के बाल संरक्षण गृह में न होने का आरोप लगाया था. जिस अर्जी पर सुनवाई करते हुये कोर्ट ने पुलिस से विस्तृत जवाब मांगा था. कोर्ट में सोमवार को सुनवाई के दौरान पुलिस की तरफ से सील बंद लिफाफे में जवाब दाखिल किया गया है. जिसके बाद कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिये 15 मार्च की तारीख तय कर दी है.
अब 15 मार्च को पता चलेगा कि पुलिस ने अपने जवाब में अतीक अहमद के नाबालिग बेटों के कहां और किस हालत में होने की जानकारी दी है. जबकि इससे पहले 4 मार्च को दाखिल जवाब में पुलिस ने बताया था कि खुल्दाबाद के कसारी मसारी इलाके में अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटे सड़क किनारे अकेले मिले थे.जिसके बाद उनको बाल संरक्षण ग्रह में दाखिल करवा दिया गया है.
हालांकि पुलिस की तरफ से दिए गए जवाब में इस बात का कोई जिक्र नहीं था कि अतीक के बच्चो को प्रयागराज के खुल्दाबाद थाने के सामने स्थित बाल संरक्षण गृह में भेजा गया है.अथवा कहीं किसी और जिले के बाल संरक्षण गृह में भेजा गया है. शाइस्ता परवीन के वकील की तरफ से दूसरी बार अर्जी दाखिल कर कोर्ट को बताया गया कि खुल्दाबाद बाल संरक्षण गृह में उनके लोगों को शाइस्ता परवीन के बच्चों से मिलने नहीं दिया गया.शाइस्ता परवीन की तरफ से दूसरी बार दी गयी अर्जी में कोर्ट से गुहार लगायी गयी है कि बाल संरक्षण गृह में उनके बच्चों के बारे में जानकारी ठीक ढ़ंग से नहीं दी जा रही हैजिससे वो अपने नाबालिग बच्चों को लेकर चिंतित हैं.
हालांकि बाल संरक्षण गृह में अतीक अहमद के दोनों बच्चों से मिलने के लिये उनके माता पिता या बड़े भाई नहीं गये थे.जिस वजह से यह भी संभावना है कि सुरक्षा के नजरिए से किसी बाहरी व्यक्ति को अतीक अहमद के बच्चों से मिलने की इजाजत नही दी जा रही हो.क्योंकि अतीक अहमद जहां गुजरात की जेल में बंद हैं वहीं उनका छोटा भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ बरेली की जिला जेल में बंद है.
बड़ा भाई उमर लखनऊ की जेल में बंद है जबकि उससे छोटा भाई अली अहमद नैनी सेन्ट्रल जेल में बंद है.दूसरी तरफ मां शाइस्ता परवीन और बड़ा भाई असद उमेश पाल हत्याकांड में वांछित होने के बाद से फरार चल रहे हैं.ऐसे में बाल संरक्षण ग्रह में सुरक्षा का हवाला देकर अतीक के बेटों से किसी बाहरी को मिलने की इजाजत नहीं दी गयी हो इस बात की भी संभावना है.अब देखना ये होगा पुलिस की तरफ से सील बंद लिफाफे में कोर्ट में क्या जवाब दाखिल किया गया है.इसका खुलासा कोर्ट में 15 मार्च को सुनवाई के बाद ही होगा.
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