प्रयागराजःहरिद्वार में लगने वाले कुंभ मेले को लेकर अखाड़ों की तैयारियां भी पूरी तेजी से चल रही हैं. इसी कड़ी में श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की तरफ से कुंभ 2021 का आमंत्रण पत्र जारी कर दिया गया है. अखाड़े से जुड़े साधु संत और महात्माओं के साथ ही भक्तों को भी कुंभ मेला में शामिल होने के लिए इसी आमंत्रण पत्र के जरिये आमंत्रित किया जा रहा है.
श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन ने साधु संतों को भेजा आमंत्रण पत्र. हरिद्वार में लगेगा कुंभ मेला
श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की तरफ से हरिद्वार में लगने वाले कुंभ मेले में शामिल होने के लिए साधु-संतों के साथ अखाड़े से जुड़े साधु-संतों और संत महात्माओं को आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. इसके साथ ही अखाड़े से जुड़े श्रद्धालुओं को भी आमंत्रण पत्र भेजकर कुंभ मेला में शामिल होने के लिए बुलाया जा रहा है.
परंपरा के अनुसार भेजा जाता है आमंत्रण
श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन से जुड़े साधु संत व सन्यासी देश के अलग-अलग राज्यों में फैले हुए हैं. ऐसे में सभी को अखाड़े की तरफ से कुम्भ मेला में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भेजकर बुलाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है. उसी तरह से इस बार भी अखाड़े से जुड़े लोगों को आमंत्रण पत्र भेजकर बुलाया जा रहा है.
सोशल मीडिया के जरिये भी भेजा आमंत्रण
अखाड़े की परंपरा के अनुसार आमंत्रण पत्र डाक के जरिये भेजा जाता रहा है. सोशल मीडिया के बढ़ते चलन और बदलते वक्त को देखते हुए इस बार सोशल मीडिया के जरिये भी अखाड़े की तरफ से ये आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. जिसमें हरिद्वार में लगने वाले कुम्भ में धर्म ध्वजा की स्थापना के साथ ही प्रमुख स्नान पर्वों की तारीख व दिन लिखे हुए हैं. श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की धर्म ध्वजा की स्थापना कुम्भ मेला में दो अप्रैल को की जाएगी. इसके साथ ही चार अप्रैल को पेशवाई के जरिये अखाड़े का कुम्भ मेला में शाही प्रवेश होने का कार्यक्रम तय है.
हरिद्वार कुम्भ के प्रमुख स्नान पर्व
- प्रथम शाही स्नान सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल को
- द्वितीय शाही स्नान वैशाखी 14 अप्रैल को
- तृतीय शाही स्नान पूर्णिमा 27 अप्रैल को