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प्रयागराज: रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित कर जल संचयन के कार्य को बनाएं प्रभावी

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Published : Sep 20, 2020, 6:53 AM IST

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में रेन वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए निर्देश दिए गए हैं. इसके तहत अब जल संचयन के लिए सरकारी, अर्द्धशासकीय भवनों और स्कूल-कॉलेज के भवनों पर रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग लगवाना अनिवार्य होगा.

बैठक में दिए निर्देश.
बैठक में दिए निर्देश.

प्रयागराज: सहायक अभियंता एके सिन्हा ने बताया है कि जल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण घटक है. मुख्यमंत्री द्वारा जल संग्रहण करने के लिए जल संचयन के कार्यों को सरकार की प्राथमिकता में सम्मिलित किया गया है. इस क्रम में जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने भी प्रदेश के समस्त जनपदों के समस्त शासकीय, अर्द्धशासकीय भवनों तथा स्कूल-कॉलेजों के भवनों पर अनिवार्य रूप से रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना के निर्देश दिए हैं.

इसी दिशा में विशेष प्रयास करते हुए शासन स्तर से लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता को जनपद स्तर पर रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना के कार्य की प्रगति का अनुश्रवण करने के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है.

नोडल अधिकारियों को समयबद्ध अनुश्रवण के लिए यह निर्देश दिया गया है कि समस्त जनपदों के जिलाधिकारियों से सम्पर्क करते हुए सभी विभागों की ओर से जनपद स्तर पर अपने कार्यालय भवनों पर रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना की प्रगति का अनुश्रवण किया जाए.

जल संचयन को व्यापक जन सहभागिता के द्वारा जन आन्दोलन का रूप दिये जाने की आवश्यकता है. ऐसे में इसमें समस्त नागरिकों से सक्रिय योगदान की अपेक्षा है. समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, औद्योगिक इकाइयों, गैर सरकारी संगठनों एवं कृषकों इत्यादि से अनुरोध है कि अपने-अपने कार्य क्षेत्रों में रेन वाटर हार्वेस्टिगं प्रणाली स्थापित करते हुए जल संचयन के कार्य प्रभावी रूप से किए जाएं.

ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारन्टी योजना के अन्तर्गत भी व्यक्तिगत एवं सार्वजनिक स्थलों पर जल संचयन के विविध कार्य किए जा रहे हैं. इसमें गांव के शासकीय विद्यालयों पर रूफटॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना और लाभार्थी कृषक के खेत में तालाब, रिचार्ज पिट इत्यादि कार्य सम्मिलित हैं.

इसके लिए खण्ड विकास अधिकारी से सम्पर्क किया जा सकता है. वहीं जल संचयन कार्यों के लिए सुलभ डिजाइन भूगर्भ जल विभाग की वेबसाइट पर और मनरेगा की वेबसाइट या जनपद के भूगर्भ जलविभाग, लघु सिंचाई विभाग से प्राप्त की जा सकती है.

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