प्रयागराजः जन्माष्टमी का पर्व आज पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिंदू मान्यता के अनुसार श्री हरि विष्णु के आठवें अवतार थे. हिंदू पंचांग के अनुसार किस जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुई थी. ग्रह नक्षत्र और ज्योतिषियों की मानें तो इस बार कृष्ण जन्माष्टमी का दुर्लभ संयोग बन रहा है. बहुत वर्षों के पश्चात श्रीकृष्ण जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र में पड़ रही है.
ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय ने बताया-
- काफी सालों के बाद बन रहे इस शुभ संयोग में अर्धरात्रि के दौरान रोहिणी नक्षत्र मिल रहा है.
- रात्रि 12:08 पर रोहिणी योग नक्षत्र का संचरण हो रहा है.
- इस नक्षत्र में जो संतान और धन की अभिलाषा रखते हैं वह जमाष्टमी का व्रत और पूजन करें.
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ग्रह नक्षत्रों के अनुसार श्रृंगार करना होगा विशेष फलदायी-
मेष राशि- इस स्वामी मंगल है. कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए लाल वर्सेस से कृष्ण का श्रृंगार करें.
वृष राशि- इसका स्वामी शुक्र है इसीलिए चटक सफेद रंग के वस्त्रों का श्रृंगार कृष्ण झांकी में इस्तेमाल करें.
मिथुन राशि- हरे रंग का झांकी श्रृंगार के लिए इस्तेमाल करें.