प्रयागराजः कोरोना के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली रेमडेसिविर इंजेक्शन के बाद अब ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली इंजेक्शन की भी कमी शुरू हो गई है. हालांकि जिले में ब्लैक फंगस के 4 ही मामले अभी सामने आए हैं. लेकिन उसके इलाज में लगने वाली इंजेक्शन की डिमांड बढ़ने की वजह से अभी से बाजार में कमी होने लगी है.
इंजेक्शन को स्टॉक में रखने की होड़ से डिमांड बढ़ी ब्लैक फंगस में इस्तेमाल की जाने वाली इंजेक्शन की बढ़ी डिमांड
प्रयागराज में ब्लैक फंगस के अभी तक चार मामले मिल चुके हैं. इन मामलों के सामने आने के बाद स्वास्थ विभाग ने ब्लैक फंगस को लेकर सावधानी बरतना शुरू कर दिया है. जिले में चार मामले ही ब्लैक फंगस के सामने आए हैं. लेकिन कोरोना के मरीजों के परिजन अभी से एहतियात के तौर पर ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली इंजेक्शन को खरीदकर अपने पास रखना चाह रहे हैं. जिससे की उन्हें जब भी जरूरत पड़े बगैर किसी परेशानी के इंजेक्शन का इस्तेमाल कर सकें.
ब्लैक फंगस की आशंका से इंजेक्शन तलाशने लगे लोग
पिछले दिनों जिस तरह से कोरोना के गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन और अस्पताल में बेड के लिए परेशान होना पड़ा था. उसी वजह से कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजन जिन्हें आशंका है कि उनके मरीज को भी ब्लैक फंगस हो सकता है. ऐसे मरीजों के परिजन अभी से ब्लैक फंगस के इलाज में लगने वाली इंजेक्शन की उपलब्धता बाजार में चेक कर रहे हैं. जबकि कई लोग सिर्फ एहतियात के तौर पर इंजेक्शन खरीदकर घर मे स्टॉक रखने के चक्कर में उसे तलाश रहे हैं. जिस वजह से बाजार में अभी अचानक से इंजेक्शन की डिमांड तेज हो गयी है. आर्थिक रूप से सक्षम लोग अभी से ब्लैक फंगस की आशंका को देखते हुए उसके इलाज में कारगर इंजेक्शन को तलाशने लगे हैं. जिस वजह से इंजेक्शन की डिमांड दुकानों तक ज्यादा पहुँच रही है.
फुटकर दुकानदार भी इंजेक्शन खरीदने में जुटे
प्रयागराज में दवाओं के थोक विक्रेताओं का कहना है कि अभी तक ब्लैक फंगस के इलाज में जिस इंजेक्शन का इस्तेमाल होता है, उन इंजेक्शन की डिमांड बहुत कम थी. जिसकी वजह से ये इंजेक्शन बहुत कम बिकता था. लेकिन जिले में ब्लैक फंगस की दस्तक के साथ ही इंजेक्शन की डिमांड बढ़ गयी है. जिस वजह से बाजार में अभी डिमांड के अनुसार सप्लाई कम हो गयी है.
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इंजेक्शन को स्टॉक में रखने की होड़ से डिमांड बढ़ी
इलाहबाद केमिस्ट एन्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल दुबे का कहना है कि ब्लैक फंगस के इलाज में जो इंजेक्शन इस्तेमाल की जाती है. अभी उसकी डिमांड तेज हो गयी है. जबकि अभी तक जिले में इसके मरीज़ों की संख्या उतनी ज्यादा नहीं हैं. लेकिन इसके बावजूद जहां फुटकर दुकानदार भी इस इंजेक्शन को स्टॉक करने के लिए खरीदना चाह रहे हैं. वहीं बहुत से कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजन इसको एहतियात के तौर पर खरीदकर रखना चाहते हैं. जिस वजह से इन दिनों इसकी डिमांड तेजी से बढ़ गयी है. लेकिन जितने प्रयागराज में अभी तक ब्लैक फंगस के केस सामने आये हैं. उस अनुपात में इन्जेक्शन की कमी नहीं है. लेकिन इसकी डिमांड बढ़ने की वजह से बाजार में इसकी किल्लत अभी से दिख रही है.