प्रयागराज :संगमनगरी में गरीबी से लाचार पति और पिता चादर में महिला के शव को लपेटकर बांस के सहारे कंधे पर टांगकर श्मशान जाते दिखे. इस खानाबदोश परिवार की किसी ने मदद नहीं की. किसी ने झूंसी पुलिस को जानकारी दी तो इलाके के दारोगा ने पहुंचकर उनकी आर्थिक सहायता की. यह देख आसपास के लोगों ने भी साथ दिया और चंदा जुटाकर कुछ पैसे अंतिम संस्कार के लिए गरीब परिवार को दिए. इसी के साथ पुलिस ने ई-रिक्शे की व्यवस्था भी कर दी. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है, हालांकि ईटीवी भारत इसकी पुष्टि नहीं करता.
अंतिम संस्कार के लिए नहीं थे पैसे :घटना झूंसी इलाके की है. सड़क किनारे ठिकाना बनाकर रहने वाले नखड़ू की पत्नी अनीता की शुक्रवार को मौत के बाद परिवार वालों के पास अंतिम संस्कार तक के लिए पैसे नहीं थे. जानने वालों ने भी कोई मदद नहीं की. जिसके बाद नखड़ू ने पत्नी के शव को चादर में लपेटा और बांस के सहारे कंधे पर रखकर श्मशान घाट की तरफ चल पड़ा. नकड़ू का साथ दिया उसके ससुर ने.
अखिलेश यादव का हमला- जहां मृतक का सम्मान नहीं, वहां अमृत काल नहीं : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज में दलित महिला की मौत के बाद उसके शव को चादर में लपेटकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की घटना पर सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा है कि जहां मृतक का सम्मान नहीं है, वहां अमृत काल भी नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने चादर में लिपटी महिला की बॉडी ले जाते हुए वायरल वीडियो भी पोस्ट किया है.