प्रयागराज:यूपी के प्रयागराज जिले में 3 दिनों तक डेंजर लेवल से ऊपर बह रही गंगा और यमुना का जलस्तर कम होने लगा है.गुरुवार को धीमी गति से घटते हुए जल स्तर को देखकर बाढ़ से त्रस्त लोगों में राहत मिलने की उम्मीद जगी है. हालांकि गुरुवार रात तक दोनों ही नदियां खतरे के निशान से ऊपर ही बह रही हैं. गंगा का जलस्तर जहां खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर दर्ज किया गया. वहीं यमुना भी डेंजर लेवल से करीब आधा मीटर ऊपर बह रही हैं.
जलस्तर घटने से जल्द राहत मिलने की उम्मीद बढ़ी
कई दिनों तक प्रयागराज में कहर ढाने के बाद अब गंगा यमुना का जलस्तर कम होने लगा है. गंगा के जलस्तर के घटने की रफ्तार जहां 2 सेमी प्रतिघंटे है वहीं, यमुना एक सेमी प्रति घण्टे की रफ्तार से कम हो रही है. प्रयागराज में गंगा यमुना का डेंजर लेवल 84.73 मीटर है और गंगा गुरुवार की रात 10 बजे तक 85.81 मीटर पर बह रही है. जबकि यमुना 85.76 मीटर पर बह रही है.
संगम नगरी में गंगा और यमुना के बढ़े हुए जलस्तर ने कई इलाकों को पूरी तरह से जलमग्न कर दिया है. जिस वजह से शहर के साथ ही ग्रामीण इलाकों में दोनों नदियों ने जमकर तबाही मचाई है. शहर के दारागंज, सलोरी, बघाड़ा, राजापुर, तेलियरगंज, करेली, धूमनगंज के साथ ही नैनी झुंसी इलाके में लोगों के घरों के ग्राउंड फ्लोर डूबने के साथ ही ऊपरी मंजिल तक पानी पहुंचने लगा था.
तीन दिनों से खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही गंगा यमुना का जलस्तर गुरुवार से घटना शुरू हुआ तो लोगों ने राहत की सांस ली है. क्योंकि लगातार बढ़ते हुए जलस्तर से उन लोगों की चिंताएं बढ़ गई थी जो अपने घरों के डूबने की वजह से ऊपरी मंजिल पर रह रहे थे. क्योंकि ऊपरी मंजिल तक पानी पहुंचने के बाद ऐसे लोगों के सामने और कई तरह की परेशानियां बढ़ सकती थी. इसके साथ ही जिन लोगों के घरों की तरफ पानी बढ़ रहा था अब उन लोगों को भी थोड़ी राहत मिल गयी है. बहरहाल पानी के घटने का सिलसिला शुरू होने के साथ लोगों को राहत की उम्मीद जग गयी है.गंगा यमुना का जलस्तर इसी तरह से घटता रहा तो अगले दो से तीन दिनों में पानी के रिहायशी इलाकों से निकल जाने की उम्मीद है.
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