प्रयागराज: भले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ढाई साल के कार्यकाल के बाद प्रदेश हित में अपनी उपलब्धियां गिना रहे हैं, लेकिन प्रदेश में आज भी दबंगों द्वारा गरीबों की जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है. विकलांगों को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का हक ग्राम प्रधानों द्वारा मारा जा रहा है.
पीड़ितों द्वारा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने पर उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेजने और जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन भी आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाय उल्टा पीड़ितों को डराने और धमकाने में लगी हुई है.
प्रयागराज में प्रधान का आतंक
प्रयागराज जिले के घीमपुर के मऊआइमा थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान शांति देवी के पति राम सजीवन के आतंक और अत्याचार से परेशान होकर लोग लखनऊ मुख्यमंत्री से गुहार लगाने के लिए पहुंचे. पीड़िता का कहना है कि यहां कानून के रखवाले पुलिस वाले ही कानून तोड़ने वाले का साथ दे रहे हैं.
मदद की गुहार लेकर लखनऊ पहुंचे पीड़ितों का कहना है कि उनकी जमीनों पर प्रधान के पति राम सजीवन कब्जा कर रहे हैं. विकलांगों को मिलने वाली सरकारी योजनाओं का पैसा विकलांगों को नहीं देकर अपने पास रख रहे हैं. लोगों में दहशत पैदा करने के लिए उनको फर्जी मुकदमों में फंसा कर जेल भेजने की धमकियां दे रहे हैं.
ग्राम प्रधानपति मेरी जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर मार्च 2018 को मेरे पिता रामदुलार की कुल्हाड़ी से काटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई. लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया और वह लगातार जान से मारने की धमकियां दे रहा है. पुलिस भी सुनवाई नहीं कर रही है.
केदारनाथ, पीड़ित