प्रयागराज:साइबर क्राइम ब्रांच ने नकली कोषाधिकारी बनकर करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये मास्टर माइंड पेंशन अपडेट करने के नाम पर ठगी करते थे. इनके तार झारखंड और पश्चिम बंगाल से जुड़े हुए है. पूरे गैंग के नाम देशभर में 179 केस दर्ज है. इससे पहले इस गिरोह से 12 लोग गिरफ्तार हुए हैं. सिर्फ प्रयागराज से ही दो मामलो में 30 लाख रुपये की ठगी की थी. शातिरों ने रिटायर्ड हेड कांस्टेबल भोलानाथ से 10 लाख और रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर राजकुमार से 20 लाख की ठगी की थी. गिरफ्तार लोगो में झारखंड से 2 और पश्चिम बंगाल से 3 लोग शामिल हैं. ठगी करने वाले ये लोग द्वारा कुछ महीनों से सेवानिवृत्त पुलिस कर्मचारियों से पेंशन अपडेट करने के नाम पर लगातार लूट एवं साइबर ठगी कर रहे थे.
उत्तर प्रदेश साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन यूनिट द्वारा तकनीकी साक्ष्य के तहत गिरोह का पर्दाफाश गया है. जिन्होंने अब तक 179 लोगों के साथ लगभग 14 करोड़ से ज्यादा रुपयों की ठगी की है. रिटायर्ड हेड कांस्टेबल भोलेनाथ चौधरी एवं रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर राजकुमार से क्रमश 10 लाख और 20 लाख की ठगी मामले पर जांच करते हुए झारखंड एवं पश्चिम बंगाल निवासी 5 लोगों को साइबर अपराध शाखा द्वारा गिरफ्तार किया गया है. तकनीकी सबूतों के आधार पर मोहम्मद अब्दुल मतीन,अंकित अग्रवाल, बशारत अंसारी, एसके जीशान एवं विजय प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार अभियुक्त के पास से 9 असद मोबाइल फोन, 15 एटीएम जो अलग-अलग लोगो के नाम से रजिस्टर्ड थे. 11 pre-activated सिम कार्ड और एक स्मार्ट घड़ी बरामद की गई है.