प्रयागराज: लॉकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों में फंसे कामगारों और श्रमिकों को वापस लाने के लिए रेल मंत्रालय स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है, जिससे श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान तक भेजा जा सके. बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन सूरत से प्रयागराज जंक्शन पहुंची, जिसमें 1200 यात्रियों के अलावा उनके बच्चे भी शामिल थे.
ट्रेन में 'सोशल डिस्टेंसिंग' का पालन
प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर सभी यात्रियों को उतारा गया और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए स्टेशन के बाहर बने यात्री आश्रय स्थल पर उन्हें रोका गया. वहां पर पहले से मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनकी एक-एक कर थर्मल स्क्रीनिंग की और उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया. आश्रय स्थल पर जनपदवार कतार बनाई गई थी, जहां पर यात्री सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठे थे. प्रयागराज जंक्शन पर जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी पूरी प्रशासनिक टीम के साथ मौजूद रहे. मुख्य चिकित्सा अधिकारी गिरजा शंकर बाजपेयी भी टीम के साथ यात्रियों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए मौजूद रहे.
मजदूरों ने ट्रेन में मिली सुविधाओं को किया साझा
प्रयागराज पहुंचने के बाद कोविड-19 के लिए बनाए गए प्रोटोकाल के अनुरूप सभी यात्रियों का चेकअप किया गया. इस स्पेशल ट्रेन में सूरत से 1200 यात्री प्रयागराज जंक्शन पर उतरे. जौनपुर, भदोही, उरई, ज्ञानपुर, बादशाहपुर सहित आसपास के जिलों के भी लोग इसमें आए थे. सभी यात्रियों को परिवहन विभाग की बसों से उन्हें उनके गृह जनपद भेजा गया.
प्रयागराज जंक्शन से गृह जनपद रवाना करते समय जिला प्रशासन के द्वारा सभी यात्रियों के लिए खाने के पैकेट और पानी की व्यवस्था की गई थी. ट्रेन से पहुंचे प्रवासी मजदूरों ने बताया कि सरकार का यह प्रयास बहुत बढ़िया है, जिसके चलते वह अपने घर जा पा रहे हैं. इस दौरान उन्होंने मार्ग में मिली सुविधाओं को भी साझा किया.
बता दें कि प्रयागराज मंडल के अंतर्गत प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल प्रमुख स्टेशन हैं. इन दोनों स्टेशनों पर दक्षिण भारत श्रमिक स्पेशल गाड़ियों का संचालन किया जा रहा है. प्रयागराज जंक्शन पर मंगलवार को 4 श्रमिक गाड़ियों के आने की संभावना है, जिनमें से पहली गाड़ी सुबह प्रयागराज जंक्शन पहुंच चुकी है. इन सभी गाड़ियों में 18 स्लीपर, 4 जनरल, 2 एसएलआर सहित कुल 24 कोच लगाए गए हैं. रेलवे के द्वारा चलाई गई इस स्पेशल ट्रेन में कुल 1200 यात्री सफर कर सकते हैं.