प्रयागराज:कौंधियारा में बनाए गए धान क्रय केंद्र पर धान की खरीद न होने से किसान नाराज होकर धरने पर बैठ गए. किसानों का कहना है कि वह महीनों से धान बेचने के लिए क्रय केंद्रों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी फसल की खरीद नहीं हो रही है.
किसान किस तरह से बेबस और परेशान हैं यह शायद किसान के सिवा कोई नहीं जान सकता. फसल तैयार करने के बाद किसान अपनी फसल बेचने के लिए क्रय केंद्रों के चक्कर लगाते हैं. किसानों की इसी बेबसी का फायदा सरकारी क्रय केंद्रों के क्रय केंद्र प्रभारी उठाते हैं. वह बिचौलियों के माध्यम से किसानों की फसल को औने पौने भाव में खरीदने का प्रयास करते हैं.
बिचौलियों खरीद रहे किसानों की फसल
ऐसा ही कुछ कौंधियारा विकास खंड के अंतर्गत संचालित हो रहे आधा दर्जन क्रय केंद्रों पर देखने को मिल रहा है.किसानों का आरोप है कि यहां पर क्रय केंद्र प्रभारी किसानों की तैयार धान की फसल को सीधे क्रय केंद्र से न खरीदते हुए बिचौलियों और दलालों के माध्यम से 1100 से 1200 रुपये प्रति क्विंटल में खरीद रहे हैं. इससे परेशान होकर किसान कौंधियारा में बनाए गए धान क्रय केंद्र के बाहर इस सर्द रात में भी धरने पर बैठे हैं. किसानों ने मांग कि उनके द्वारा तैयार किए गए धान की खरीद सरकार द्वारा संचालित सरकारी क्रय केंद्रों पर की जाए न कि क्रय केंद्रों के माध्यम से गांव में घूम रहे बिचौलियों व दलाल ओने पौने भाव में उनके धान को खरीदें.
धरने पर बैठे किसान राहुल सिंह, अनिल बिंद, विनय मिश्रा आदि किसानों ने बताया कि कौंधियारा विकास खंड में संचालित हो रहे कौंधियारा, ईटार, बैरी व अकोढा क्रय केंद्रों पर किसान धान बेचने के लिए महीनों से चक्कर लगा रहे हैं पर उनके धान क्रय केंद्र पर नहीं खरीदे जा रहे हैं. इन्हीं बातों से नाराज होकर के खून दियारा विकास खंड के दर्जनों किसान कौंधियारा क्रय केंद्र के बाहर सर्द रात में भी अलाव जलाकर धरने पर बैठे हैं. वही कौंधियारा क्रय केंद्र प्रभारी सुशील कुमार जायसवाल ने बताया गया कि क्रय केंद्र पर प्रतिदिन एक ट्रैक्टर धान की तौल की जा रही है.