प्रयागराज:पति के साथ हुए विवादों के बाद एसडीएम ज्योति मौर्या लगातार चर्चे में है. जहां उनके पति आलोक मौर्या के बीच तलाक केस की सुनवाई शुक्रवार को होनी थी. लेकिन दोनों कोर्ट नहीं पहुंचे, जिसकी वजह से तलाक से जुड़े केस की सुनवाई नहीं हो सकी. एसडीएम ज्योति मौर्य की ओर से दाखिल की गयी तलाक अर्जी पर आलोक और ज्योति मौर्या दोनों को ही फेमिली कोर्ट प्रयागराज में शुक्रवार को पेश होना था. लेकिन कोर्ट में एसडीएम ज्योति मौर्य और आलोक मौर्या दोनों पेश नहीं हुए. कोर्ट में उन दोनों की तरफ से पहुंचे उनके वकीलों ने हाजिरी माफी की अर्जी भी दी है. हाजिरी माफी की अर्जी में कोर्ट में कहा गया कि सरकारी कार्य की व्यस्तता के चलते कोर्ट में पेश नहीं हो सके हैं. इसके बाद को कोर्ट ने इस मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को नियत की है.
मारपीट और व्यभिचार का आरोपःएसडीएम ज्योति मौर्या ने पति आलोक कुमार मौर्य से तलाक लेने के लिए फैमिली कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. जिस पर सुनवाई के लिए कोर्ट में तीसरी तारीख थी. ज्योति मौर्या के वकील आदित्य सिंह ने बताया कि उनकी तरफ से मारपीट, क्रूरता और व्यभिचार का आरोप लगाते हुए तलाक के लिए अर्जी दी गयी है.
ज्योति मौर्या ने दर्ज करवायी थी एफआईआर:बता दें कि ज्योति मौर्या की तरफ से दर्ज एफआईआर में पति आलोक के ऊपर कई संगीन आरोप लगाए हैं. ज्योति मौर्या की तहरीर के मुताबिक उनकी शादी 19 नवम्बर 2010 को आलोक कुमार मौर्या पुत्र राम मुरारी मौर्या के साथ हुई थी. शादी के बाद से ही अलोक मौर्या एवं उसके परिवार के व्यवहार से मतभेद होने लगा था. उन लोगों ने फॉर्च्यूनर गाड़ी की मांग करते हुए प्रताड़ना शुरू कर दिया था. ज्योति का आरोप है कि उसके ससुराल के लोग अक्सर उसके घर पर आकर प्रताड़ित करते हैं. ज्योति ने तहरीर में यह भी कहा है कि उसके पति आलोक मौर्या एवं उनके भाई अशोक मौर्या, विनोद मौर्या और भाभी प्रियंका मौर्या ने अपने परिवार के साथ मिल कर उनके व्हाट्सअप को क्लोन या लिंक कर लिया था. जिसकी शिकायत करने पर उन लोगों ने खूब उपद्रव किया और उनको बदनाम करने की धमकी देने लगे.