प्रयागराज:हरदोई के विजय प्रताप परिवार सहित करीब 50 घंटे से कैंट थाना क्षेत्र के अंतर्गत बेली गांव स्थित पानी की टंकी के ओवर हेड पर चढ़े हैं. प्रयागराज जिला प्रशासन ने विजय और उनके परिवार को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन, पीएसी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है.
अपनी मांगों के लिए पानी की टंकी पर चढ़ा परिवार. बता दें कि जनपद हरदोई थाना सुरसा छोली बरिया गांव के रहने वाले विजय प्रताप अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर शनिवार की सुबह से कैण्ट के बेली इलाके में पानी की टंकी पर परिवार के साथ चढ़े हैं. प्रयागराज प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उनकी मांगों को लेकर हरदोई प्रशासन से बात कर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया. इसके बावजूद विजय प्रताप नीचे उतरने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में जिला प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई पड़ रही हैं. विजय प्रताप मांगे पूरी न होने पर टंकी पर ही खुद को आग लगाकर जान देने की धमकी दे रहे हैं.
जिला प्रशासन भी मौके पर मौजूद. दरअसल विजय प्रताप का अपने पड़ोसियों से जमीनी विवाद चल रहा है. वर्ष 2016 में विजय प्रताप के भाई का अपहरण भी हो चुका है. वह इन्हीं दोनों मामलों में हरदोई प्रशासन की कार्यशैली के विरोध में पानी टंकी पर चढ़े हुए हैं. विजय प्रताप हरदोई प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं. इसके साथ ही वे न्याय न मिलने पर आत्मदाह करने की धमकी भी दे रहे हैं.
अपनी मांगों के लिए पानी की टंकी पर चढ़ा परिवार. विजय प्रताप को परिवार सहित नीचे उतारने के लिए रविवार शाम से डीएम भानु चंद्र गोस्वामी, डीआईजी कविंद्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सर्वेश त्रिपाठी मशक्कत कर रहे हैं, लेकिन विजय किसी की भी सुनने को तैयार नहीं हैं.
पीएसी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद. विजय प्रताप मामले में सीबीआई जांच की मांग और 13 सूत्री मांगों को पूरा करने की बात कह रहे हैं. जिला प्रशासन ने उनकी इन मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया है. इसके बाद भी वो नीचे उतरने को तैयार नहीं हैं. फिलहाल जिला प्रशासन, पीएसी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर तैनात है.