प्रयागराज:कोरोना वायरस को लेकर यूपी सरकार एक ओर सजग नजर आ रही है तो वहीं दूसरी ओर प्रयागराज जिले के जीआईसी इंटर कॉलेज में बनाए गए मूल्यांकन केंद्रों में भारी कमियां देखने को मिल रही है. इन केंद्रों में न ही ठीक से पानी पीने की व्यवस्था है और न ही कक्षों में साफ-सफाई का ध्यान रखा गया है. माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सभी जिलों में बनाए गए मूल्याकंन केंद्रों में साफ-सफाई का विशेष दिए जाने के निर्देश जारी किए गए थे.
गंदगी का लगा है अंबार
मूल्यांकन केंद्रों में जिस कक्ष में परीक्षकों की बैठने की व्यवस्था की गई है वहां पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. कक्ष में न ही झाड़ू लगाई गयी है और न ही किसी भी तरफ छिड़काव किया गया है. सरकार के नियमों की खानापूर्ति सिर्फ कागजों पर हो रही है. परीक्षकों को पानी पीने के लिए कक्ष के बाहर दो घड़े रखे गए हैं, उन्हीं घड़ों से कॉपी चेक करने वाले परीक्षक पानी पी रहे हैं.
कोरोना बचाव का नहीं है इंतजाम
परीक्षक डॉ. महमूद अंसारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस को लेकर दिए गए सरकार के आदेशों का प्लान नहीं किया जा रहा है. जिस तरह उत्तर प्रदेश में सभी शिक्षक संस्थान बंद किए गए हैं, उसी तरह से मूल्यांकन का काम बंद होना चाहिए. केंद्रों में डिस्पोजल, सेनिटाइजर, साबुन, नैपकीन आदि कोरोना वायरस के बचाव के लिए सामग्री की व्यवस्था केंद्रों में इंतजाम नहीं है. इसके साथ ही पूरे मूल्यांकन कक्षों में एक फ्रीजर लगाया गया है जहां पर सफाई सालों से नहीं हुई है.