प्रयागराज:जिले में जहां बाढ़ ने पहले ही अपने प्रकोप से लोगों में परेशानियों का माहौल बना रखा था, वहीं अब जानलेवा रोग डेंगू ने भी जिले में दस्तक दे दी है. इसी कड़ी में जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है, जिससे मरीजों की देखभाल हो सके.
लोगों पर मंडरा रहा डेंगू का खतरा. जिले में गंगा-यमुना में लगातार जलस्तर में बढ़ोतरी के साथ ही जिले में बाढ़ की स्थिति बन गई है, जिसके चलते जलभराव होने के कारण संक्रमण बीमारियां का फैलना बढ़ गया है. हालांकि बाढ़ और डेंगू से निपटने के लिए स्वस्थकर्मी पूरी तरह से सतर्क नजर आ रहे है. डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने से जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तैयारी में नजर आ रहा है.
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सुषमा श्रीवास्तव ने बताया कि अभी कुल 12 मरीज डेंगू के भर्ती हुए हैं. इसमें से 6 पॉजिटिव थे और 6 मरीज नेगेटिव मिले. हॉस्पिटल में अभी भी तीन मरीज डेंगू के हैं, जिनका इलाज चल रहा है.
डेंगू को लेकर सर्तकता
- इस माह अभी तक कुल 12 मरीज डेंगू से ग्रषित मिले हैं.
- उनका चेकअप कराने के साथ ही उन्हें डेंगू के लिए बने वार्ड में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है.
- डेंगू मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड में कुल 10 बेड लगाए गए हैं.
- सभी बेड में मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी भी लगाए गए हैं.
- इसके साथ ही वार्ड में सफाई का विशेष ध्यान रखने के लिए अलग से स्टॉप सफाईकर्मियों की भी तैनाती कर दी गई है.
- बाढ़ के पानी कम होने पर भी जनपद में संक्रमण बीमारी और डेंगू के मरीजों में बढोत्तरी हो सकती है.
डेंगू और संक्रमण बीमारी से बचने के लिए सबसे पहले घरों में पानी का जमाव न होने दें. इसके साथ ही बच्चों खेलने के लिए, भेजे लेकिन पैरों में सॉक्स पहना कर भेजे. बच्चों का शरीर ढके होने से मच्छरों से शरीर बचा रहता है. इसी तरह बड़े भी अपना ध्यान देंगे तो डेंगू और संक्रमण बीमारी से बचा जा सकेगा. इस तरह की बीमारी से बचने के लिए सबसे जरूरी होता है सफाई.
-सुषमा श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक