प्रयागराजःसंगम में 25 जनवरी को छात्रों पर की हुए लाठीचार्ज को लेकर सियासत तेज होती जा रही है. इस मामले को लेकर प्रियंका गांधी के साथ ही अखिलेश यादव और बसपा व आम आदमी पार्टी की तरफ से भी ट्वीट कर पुलिसिया उत्पीड़न की निंदा की गई है. सभी विपक्षी दल छात्रों से जुड़े इस मुद्दे को भुनाने में जुट गए हैं. वहीं, प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि सरकार के साथ ही किसी भी दल ने पांच सालों तक उनकी आवाज नहीं उठाई. राजनैतिक दल इस मुद्दे पर राजनीति कतई न करें. इसके साथ ही छात्रों ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठियां बरसाने और लॉज में तोड़फोड़ की घटना को लेकर सभी राजनैतिक दलों ने यूपी की भाजपा सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.कांग्रेस के साथ ही सपा बसपा और आम आदमी पार्टी की तरफ से भी छात्रों को इंसाफ देने की मांग की जा रही है.
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पीड़ित छात्रों से बातचीत कर उन्हें इंसाफ दिलाने का भरोसा दिया है. प्रियंका गांधी ने छात्रों से कहा है कि वे हॉस्टल और लॉज को पुलिस के भय से छोड़कर न जाएं बल्कि छात्र शांतिपूर्वक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करें. वहीं, समाजवादी पार्टी और बसपा के साथ ही आम आदमी पार्टी की तरफ से भी छात्रों पर लाठियां बरसाने वाले पुलिसकर्मियों और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष अवनीश पांडेय ने इस मामले में दलों से राजनीति न करने की अपील की है. उन्होंने कहा सभी विपक्षी दलों से अपील की है कि छात्रों से जुड़े इस मुद्दे पर कोई भी राजनीति न करें. बीते 5 साल में भारतीय जनता पार्टी के साथ ही दूसरे विपक्षी दलों ने भी छात्रों के हित के लिए कोई खास आवाज नहीं उठाई.ऐसे में किसी भी राजनीतिक दल को छात्रों से जुड़े इस मुद्दे पर राजनीति करने का अधिकार नहीं है.